सम्मानित होकर खिले किसानों के चेहरे
बदायूँ। पूर्व प्रधानमंत्री चैधरीचरण सिंह के जन्मोत्सव पर बुधवार को बदायूँ क्लब बदायूँ में नगर विकास राज्यमंत्री महेश चन्द्र गुप्ता ने सांसद बदायूँ डाॅ0 संघमित्रा मौर्य, सांसद आंवला धर्मेन्द्र कश्यप, जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर आयोजित किसान सम्मान दिवस एवं किसान मेला व कृषक वैज्ञानिक संवाद का उद्घाटन किया। तत्पश्चात उन्होंने कृषि पर आधारित विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया, साथ ही उन्नतिशील किसानों को इनसीटू फर्म मशीनरी योजना अन्तर्गत 80 प्रतिशत अनुदान पर तीन किसानों को ट्रैक्टर की चाबियाँ सौंपी, साथ ही प्रगतिशील 16 प्रथम श्रेणी के किसानों को सात-सात हजार रुपए की धनराशि, द्वितीय श्रेणी के किसानों को पाँच-पाँच हजार रुपए की धनराशि, प्रथम एवं द्वितीय के किसानों में कृषि विभाग के 4-4, पशुपालन के 4-4, रेशम के 1-1, गन्ना के 3-3, उद्यान के 3-3 एवं मत्स्य विभाग के 1-1 किसान शामिल हैं एवं तृतीय श्रेणी के ब्लाॅक स्तरीय 15-15 किसानों को दो-दो हजार रुपए की धनराशि पुरस्कार के रूप में, शाॅल ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया एवं कृषकों ने अपनी समस्याओं का समाधान भी यहां मौजूद वैज्ञानिकों से जाना। इस अवसर पर सीडीओ निशा अनंत, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारतीय, उप निदेशक कृषि डाॅ0 रामवीर कटारा, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार मौजूद रहे।
नगर विकास राज्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से यह योजनाएं चल रही हैं, तो भारत विश्वगुरु ज़रूर बनेगा। अब ऐसा लगता है कि सतयुग आ गया है। जब मोदी जी और योगी जी चिंतित हैं कि हमारे किसानों की कैसे तरक्की हो, तो ज़रूर इस देश का भाग्य बदलेगा। अच्छा सोचो-अच्छा होगा, आज नहीं तो कल होगा। हम सब जो बोलते हैं, वह इसी ब्रहमाण्ड में गूंजता है। जब हम और आप अच्छा सोचेंगे तो निश्ंिचत ही अच्छा होगा। आपने जब अच्छा सोचा तभी भारत का डंका विश्व में बज रहा है। जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने अपना माथा संसद भवन की सीढ़ियों पर रखकर कहा कि हे परमपिता परमेश्वर मुझे इतनी ताकत देना, जिससे मेरे देश के सब लोगों का भला हो। मेरे देश का किसान, मेरे देश की आन है, मेरे देश की शान है, मेरे देश की बान है, मेरे देश का किसान हमारे देश का भगवान है। जिसकी कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं होता, उसकी बाणी में दम होता है। अब विश्व भारत की ओर देख रहा
सांसद बदायूँ ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी जी हर एक किसान के चेहरे पर खुशहाली लाना चाहते हैं। उन्होंने स्टाॅलों पर लगाई प्रदर्शनी लगाने वाले विभागों का धन्यवाद देते हुए कहा कि जैविक खेती, मत्स्य पालन, पशुपालन या बिजली बचाकर सौर ऊर्जा के माध्यम से खेतों में सिंचाई कर सकते हैं, पानी दे सकते हैं, ऐसे प्रोडक्ट्स भी यहां उपस्थित हैं। यह सारी चीजें जहां एक ओर कृषि करने में उत्पादन को बढ़ावा देंगी, वहीं दूसरी हमारे स्वास्थ्य में जो तमाम तरह की बीमारियाँ रासायनिक पदार्थांे के खाने से हो रही हैं, उन बीमारियों से भी हम सबको छुटकारा मिलने का काम होेने वाला है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चैधरीचरण सिंह जी जयंती पर किसान दिवस मनाने के लिए हम सब यहाँ उपस्थित हैं, उन्होंने यही कहा कि यह देश तभी तरक्की कर सकता है, जब देश का व्यक्ति भ्रष्टाचारी न हो। उन्ही की यह कथनी थी कि अगर देश को उठाना है तो पुरुषार्थ करना होगा। आज उन्ही की कथनी पर प्रधानमंत्री मोदी कार्य कर रहे हैं, किसानों को आगे ले जा रहे हैं, ताकि देश का किसान आगे बढ़ सके, उसका जीवन खुशहाल हो सके। देश का किसान पूरे परिवार के साथ खेती करता है, लेकिन उसके बावजूद भी वह तंगहाली का जीवन गुजारता है। इस तंगहाली को खत्म करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार तमाम योजनाओं के माध्यम से प्रयासरत है। आज मोदी जी और योगी के नेतृत्व में आगे बढ़ने और विकास राह से जोड़ने के लिए लगातार जो प्रयास किया जा रहा है, आप सब उसका जीता-जागता उदाहरण हैं। अब योजनाओं का पैसा लाभार्थी के बैंक खाते में जाता है, अब कोई बिचोलिया एक भी पैसा नहीं खा सकता है।
आंवला सांसद ने कहा कि तमाम विद्धानों ने कहा है कि देश की खुशहाली का रास्ता गांवों से होकर जाता है। अगर गांव और किसान खुशहाल होगा तो देश भी खुशहाल होगा। यही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी चाहते हैं। सन् 2014 में प्रधानमंत्री बनने पर मोदी जी ने कहा कि हम केवल सत्ता नहीं बदलेंगे बल्कि व्यवस्था को भी बदलने का कार्य करेंगे, सत्ता बदली और व्यवस्था भी बदली। उन्होंने कहा कि हम किसानों की आमदनी को दोगुना करना चाहते हैं, हर हाथ का काम देना चाहते हैं, हर खेत का पानी देना चाहते हैं, किसानों की जिंदगी कैसे बेहतर हो, वह तरक्की इस देश में लाना चाहते हैं। जब मोदी जी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तो इस देश के खजाने पर सबसे पहला हक़ गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाओं का है। किसान पूरे परिवार के साथ काम करता है, फिर भी परेशान और तंगहाल है, तो प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि हमें किसानों के चेहरों पर खुशहाली लानी है। आज 15 लाख रुपए के ट्रैक्टर के लिए किसान को सिर्फ 3 लाख रुपए देने हैं बाकी पैसा कृषि विभाग और भारत सरकार दे रही है।
डीएम ने कहा कि हम कृषि को केवल के नज़रिए से देखते हैं। कृषि का मतलब हम समझते हैं कि खेतों में धान या गेहूं उगा दिए, वहीं तक कृषि सीमित है, लेकिन कृषि अपने आप में एक विस्तृत शब्द है, इसमें बागवानी, पशु पालन, मत्स्य पालन, रेशम पालन, कीट पालन, मधुमक्खी पालन, खाद संस्करण आदि इसमें शामिल है। किसानों से अपील और अनुरोध है कि कृषि को केवल खेती के नज़रिए से न देखें। आप इसका विस्तार किस प्रकार से कर सकते हैं, इसके बारे में भी ज़रूर सोचें। क्योंकि आप दो फसली या ज्यादा से ज्यादा तीन फसली की खेती साल में करते हैं, उसके बाद भी पर्याप्त समय रहता है कि खेती से सम्बंधित अन्य व्यवसाय में उस समय का उपयोग कर सकते हैं। अपने जनपद बदायूँ में भी ऐसे कई किसान हैं जो खेती के साथ मशरूम, मसालों, आदि सहित अन्य प्रकार के कृषि कार्य कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। पुरानी रूढ़ीवादी सोच को बदलना होगा और इसके उत्थान के लिए कई सरकारी योजना भी चल रही हैं, जो जानकारी के अभाव में किसानों तक नहीं पहुंच पाती हैं। इनकी जानकारी के लिए उपनिदेशक कृषि, जिला उद्यान अधिकारी, मत्स्य पालन आदि के कार्यालय में सम्पर्क कर योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है। कृषकों के उत्थान के लिए समस्त सम्बंधित विभाग पूर्ण रूप से सहायता करेंगे। कोई डेयरी का काम शुरू करना चाहता है या मुर्गी फार्म खोलना चाहता है, तो इसकी विस्तृत जानकारी व सहयोग इनसे सम्बंधित कार्यालय में मिल रहा है। जिला प्रशासन आपको सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाएगा। आइए और आकर योजनाओं का लाभ उठाएं। इसके लिए आपको आगे आने की आवश्यकता है। आप आगे बढ़ंेगे तो जनपद आगे बढ़ेगा।




















































































