उझानी। नगर में चल रही श्री राम कथा में कथा बाचक श्री रवि जी महाराज ने बताया कि भगवान सर्वोत्तम मास,अधिक मास में किसी भी प्रकार का भजन,सुमिरन,जप,दान और कथा इन सबका 12 गुना फल प्रदान करते हैं मेरी राम सेवा आश्रम पर चल रही एक मास की श्री राम कथा मैं रवि जी समदर्शी महाराज ने कहा मेरे राम जी भाव के भूखे हैं भोजन के भूखे नहीं,भवन के भूखे नहीं,भूषण के भूखे नहीं,भोग के भूखे नहीं महाराज जी ने राजा प्रताप भानु की कथा सुनाई भगवान के जन्म का एक कारण ब्राह्मणों द्वारा प्रताप भानु को दिया गया श्राप जिस कारण से प्रताप भानु रावण बना उसका भाई अरिमर्दन कुंभकरण बना, उनका सचिव धर्म रूचि विभीषण बना जिनके उद्धार के लिए मेरे राम को पृथ्वी पर आना पड़ा, महाराज जी ने यह भी बताया किदान किसे करना चाहिए इसका पात्र कौन है और शिक्षा से अधिक संस्कार की आवश्यकता है अपने बालकों को भले ही शिक्षा ऊंची ना दे पाऊं पर संस्कार अधिक से अधिक दें बालकों को दीक्षा नहीं संस्कार चाहिए आज कथा के दसवें दिन यजमान की भूमिका में अंजू चौहान ने सपरिवार वेदी पूजन किया