बरेली। गरीब शक्ति दल के संगठन प्रमुख मनोज विकट ने आरोप लगाते हुई बताया कि भारत में झूठे मुकदमों की बढ़ती संख्या और जेलों में कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार के खिलाफ गरीब शक्ति दल ने न्यायिक स्तर पर विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की मांग को लेकर आज सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। इस आंदोलन का नेतृत्व संगठन प्रमुख मनोज विकट ने किया। उन्होंने कहा कि झूठे मुकदमों में फंसाकर निर्दोष लोगों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है, जिनके साथ जेलों में अंग्रेजी शासनकाल जैसी यातनाएं दी जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बरेली समेत देश के कई जिलों की जेलों में बंदियों प्रताड़ित किया जाता है जिससे उनकी इम्युनिटी कमजोर हो रही है। ज्ञापन के द्वारा यह भी आरोप है कि जेलों में कुपोषणयुक्त भोजन दिया जा रहा है, जिससे बीमार हो रहे हैं रोजाना शाम दवा लेने को मजबूर हैं, लेकिन डॉक्टरों की ओर से उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। जेलों की बंद हवा और तनावपूर्ण माहौल है। मनोज विकट ने कहा कि भारत का संविधान अनुच्छेद 21 हर नागरिक को भोजन, वस्त्र और आवास जैसे मौलिक अधिकार प्रदान करता है, लेकिन जेलों में इन अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि न तो किसी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा जेलों की समय-समय पर निगरानी की जाती है और न ही अंदर की वास्तविकता की जांच की जाती है। ज्ञापन के दौरान जिला अध्यक्ष राधेश्याम, अफजल, मोहम्मद रफी, मोहम्मद नासिर, मोहम्मद यासीन, चमेली देवी, कमलेश, उपाध्यक्ष अर्जुन यादव, मोहम्मद निज़ाम, सोनू सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।