CM योगी आदित्यनाथ बोले: युवाओं को बचाना जरूरी, ड्रग माफिया पर हो सख्त कार्रवाई
नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ड्रग्स माफिया नशे के मकड़जाल में फंसे एजुकेशन हब के युवाओं को तस्करी के मॉड्यूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। जिले में नशे के गठजोड़ को जड़ से उखाड़ने के लिए पुलिस को और प्रयास करने होंगे। उन्होंने पुलिस की विशेष टीम गठित करने और जिले में नशा मुक्ति केंद्र बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कॉलेजों में कमेटी बनाकर विद्यार्थियों को जोड़ने का सुझाव दिया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित तीनों प्राधिकरणों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जिले में ड्रग्स रैकेट से जुड़े खुलासे पर पुलिस कमिश्नरेट की प्रशंसा की। हालांकि उन्होंने और मेहनत करने की बात कही। इसके लिए पुलिस की कमेटियां बनाकर स्कूल-कॉलेज स्तर पर शिक्षकों समेत संस्थान प्रबंधकों को जोड़ने के निर्देश दिए। डीएम के समन्वय में जिला स्तर पर नशा मुक्ति केंद्र बनाकर मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक समेत अन्य की तैनाती करने की बात कही। समीक्षा बैठक में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जिले में एओए के विवाद बढ़ते जा रहे हैं। नए पदाधिकारियों के पुराने से विवाद के मामले अक्सर थाने पहुंचते हैं। विवाद में पुलिस को उलझना पड़ता है। इसका कारण रजिस्ट्रार दफ्तर का जिले में नहीं होना है। ऐसे विवाद के मामले मेरठ रजिस्ट्रार दफ्तर से देखे जाते हैं। लेकिन दूसरे जिले में होने के कारण लंबे समय तक इनका निपटारा नहीं हो पाता। इसके कारण जिले में रजिस्ट्रार दफ्तर बनाने का सुझाव दिया गया। इस पर सीएम ने सहमति दे दी है। जल्द ही जिले में रजिस्ट्रार दफ्तर खुलेगा। सीएम ने अवैध कॉलोनियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के साथ मिलकर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस संबंध में प्रस्ताव और रूपरेखा तैयार कर कार्रवाई के लिए कहा। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह इस दौरान गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई कार्रवाई, ऑपरेशन कन्विक्शन, ऑपरेशन दृष्टि में प्रदेश में अव्वल रहने पर प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा और ग्रेनो में तेजी से विकास कार्य होने और विश्वस्तरीय परियोजना आने के कारण लगातार जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। यहां दूसरे जिले व राज्यों से बड़ी संख्या में लोग आकर काम कर रहे हैं। इसके कारण यहां की आबादी भी लगातार बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि अवैध कॉलोनियों का यहां लगातार निर्माण हो रहा है।इसके अलावा हिंडन व यमुना किनारे डूब क्षेत्र में अवैध कब्जे व अतिक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इस पर एनजीटी भी नाराजगी जता चुका है। प्रस्तुतिकरण में पूरे मामले से अवगत कराने के बाद सीएम ने अवैध निर्माण व अतिक्रमण पर रोक लगाने व ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए विश्वविद्यालयों को उद्योगों से जोड़ना होगा। छात्रों को शोध व विकास के लिए काम करना होगा। नई शिक्षा नीति में इसी पर जोर दिया गया है। सीएम योगी ने ग्रेटर नोएडा स्थित निजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि युवाओं को सही राह दिखाने से ही देश 2047 में विश्व की बड़ी ताकत बनकर उभरेगा। तक्षशिला व नालंदा जैसे विश्वविद्यालयों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, प्राचीन विश्वविद्यालय इनोवेशन व शोध के केंद्र थे। इसी वजह से भारत विश्व गुरु था। हमें गौरवशाली विरासत पहचानने की जरूरत है। जब से प्रक्रिया छोड़ी है, दूसरे देश लाभ उठाने लगे हैं। शिक्षण संस्थान शोध व विकास पर काम शुरू करें, तो भारत को फिर विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। सीएम योगी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के शहर से ईज ऑफ लिविंग शहर बनाने का लक्ष्य तय करने को कहा। उन्होंने गौतमबुद्ध नगर को सुरक्षित शहर के रूप में विकसित करने की जरूरत भी बताई। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में तीनों प्राधिकरणों की समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि आपके पास जितनी जमीन कब्जे में हो, उतनी का ही आवंटन किया जाए, ताकि आवंटियों को पहले की तरह परेशान नहीं होना पड़े।