बिल्सी। आज रविवार को तहसील क्षेत्र के गांव बॉस बरौलिया स्थित वृद्धाश्रम पर कांग्रेस नेत्री सुरभि चंदेल ने यहां पहुंच कर सबसे पहले वृध्दों से आशीर्वाद लिया। उसके बाद वृध्दजनों को कंबलों का वितरण किया। साथ ही उनकी हर समस्या को जानने का प्रयास किया। उन्होने कहा कि भारतीय संस्कृति में सदैव मानव कल्याण पर जोर दिया गया है। परोपकार की भावना ही सबसे बड़ी मनुष्यता है। संसार का हर धर्म दया और परोपकार को सर्वोच्च मानता है। प्रकृति भी हमें दूसरों की भलाई की शिक्षा देती है। भौतिक युग में यदि मनुष्य, मानव के साथ अच्छा व्यवहार करना नहीं सीखेगा तो एक-दूसरे का घोर विरोधी हो जाएगा। धार्मिकता रहित शिक्षा से मनुष्य मानवता की ओर जाकर स्वार्थ में सिमट रहा है। ऐसी स्थिति में हम सब का यह कर्तव्य बनता है कि हम अपनी मानवता को न भूलें। जिस तरह छोटा सा दीपक अंधेरा मिटा देता है, उसी तरह दुनिया में भलाई दूर से चमकती है। क्योंकि मानवता ही इंसान का सबसे बड़ा धर्म है। मानव को क्रोध से नहीं, प्रेम से जीता जा सकता है। परोपकार ही मानव का सबसे बड़ा गुण और धर्म है। इसलिए हमें सदैव एक दूसरे के साथ प्रेम पूर्ण व्यवहार करना चाहिए। जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करते है उनकी अंतरात्मा के साथ परमात्मा भी प्रसन्न होते हैं। जीवन में सुख समृद्धि भी आती है। इसलिए बुराई के बजाय भलाई का रास्ता अपनाना चाहिए। इस मौके पर आश्रम के संचालक वेद व्यास शर्मा, प्रतिभा चंदेल, अजीत सिंह गूर्जर, अनुग्रह सिंह, अनिल उपाध्याय, डा.शिव गौड़, योगेश शर्मा, रामकिशोर, विनोद सक्सेना, पन्ना लाल, बंटी माथुर, गौरव सक्सेना मौजदू रहे।