उघैती गैंगरेप पर महिला आयोग की सदस्य का बयान शर्मनाक- प्रियंका गांधी

बदायूं।  कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने बदायूं में सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के बयान को शर्मनाक बताते हुए शुक्रवार को कहा कि ऐसी सोच मे महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।

प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट पर कह कि क्या इस व्यवहार से हम महिला सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे। महिला आयोग की सदस्य बलात्कार के लिए पीड़तिा को दोषी ठहरा रही हैं। बदायूं प्रशासन को ये चिंता है कि इस केस का सच सामने लाने वाली पीड़तिा की पोस्टमार्टम लीक कैसे हुई। उन्होंने कहा कि याद रखिए कि इस समय एक और भयावह बलात्कार के मामले में मुरादाबाद की पीड़तिा मौत से जंग लड़ रही है। महिलाएं इस प्रशासनिक प्रणाली को व इस बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी।

इसके साथ ही उन्होंने एक खबर पोस्ट की है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार को पीड़ति परिवार से मिलने के बाद कहा कि पीड़तिा शाम के वक्त बाहर नहीं जाती तो सामूहिक दुष्कर्म नहीं होता।

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार को बदायूं में पीड़ति परिवार के घर का दौरा किया था और पुलिस अधिकारियों से जानकारी हासिल की थी। बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने कहा था कि यदि शाम के समय महिला मंदिर जाते समय परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाती तो इस जघन्य वारदात को टाला जा सकता था। हालांकि उन्होने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा थाा कि मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। अगर पुलिस सक्रिय होती तो यह घटना नहीं हो सकती थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम हुई इस घटना की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत सभी तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में संबधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है।

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