फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर विधवा-वृद्धा पेंशन में करोड़ों का घोटाला
बरेली। थाना आंवला पुलिस ने सरकारी योजनाओं में फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से करोड़ों रुपये की धनराशि का गबन करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में हरीश कुमार, शांतिस्वरूप, मुनीष और प्रमोद शामिल हैं। कैसे किया जाता था फर्जीवाड़ा शिकायतकर्ता यासमीन जहाँ निवासी थाना इज्जतनगर के प्रार्थना-पत्र के आधार पर जांच में सामने आया कि गिरोह द्वारा सीधी-सादी महिलाओं को सरकारी योजना और पैसा डबल स्कीम का लालच देकर उनके आधार कार्ड व आवश्यक दस्तावेज हासिल किए जाते थे। इन जीवित व्यक्तियों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर विधवा और वृद्धावस्था पेंशन के नाम पर सरकारी धनराशि को अपने और परिचितों के खातों में डलवाया जाता था। जांच से खुलासा हुआ कि वर्ष 2021 से अब तक गिरोह द्वारा 56 लोगों को विधवा पेंशन और 2 लोगों को वृद्धावस्था पेंशन का फर्जी लाभार्थी दिखाकर 1,23,22,647 रुपये का गबन किया गया। गिरोह की भूमिका प्रमोद और उसके साथी लोगों को सरकारी योजनाओं का लालच देकर आधार कार्ड इकट्ठा करते थे। हरीश कुमार के जनसेवा केंद्र, ग्राम बिलौरी, पर असली कागजों से फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। शांतिस्वरूप और मुनीष क्षेत्र में लोगों को बहला-फुसलाकर दस्तावेज जुटाकर हरीश को सौंपते थे, जिसके बाद पेंशन राशि उनके खातों में जमा कराई जाती थी। पुलिस के अनुसार, गिरोह ने अब तक 7 बैंक खातों के माध्यम से पेंशन राशि गबन की। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 6 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्रों की छायाप्रति बरामद की है। हरीश कुमार पुत्र चन्द्रपाल, निवासी बसंत बिहार कॉलोनी, थाना आंवला , शांतिस्वरूप पुत्र मलखान, निवासी मोहल्ला शास्त्रीगली, थाना आंवला , मुनीष पुत्र हीरालाल, निवासी ग्राम बिलौरी, थाना आंवला , प्रमोद पुत्र भीकमलाल, निवासी ग्राम सेंधा, थाना भमौरा को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक राजेश बाबू मिश्रा , उप निरीक्षक सचिन कुमार , उप निरीक्षक अमरीश शर्मा, उप निरीक्षक राजेश रावत, उप निरीक्षक इंद्रपाल सिंह , कांस्टेबल अमरेश कुमार, शिवराम , कुलदीप कुमार , हरिओम, राजेन्द्र कुमार मौजूद थे।




















































































