नवाचार महोत्सव के दूसरे दिन उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों तथा डाइट के प्रवक्ताओं ने प्रतिभाग किया
बरेली। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान फरीदपुर में नवाचार महोत्सव के दूसरे दिन उच्च प्राथमिक विद्यालय को शिक्षकों तथा डाइट के प्रवक्ता गणों ने प्रतिभाग किया। नवाचार महोत्सव में द्वितीय दिन संयुक्त शिक्षा निदेशक राकेश कुमार मुख्य अतिथि रहे। मुख्य अतिथि राकेश कुमार ने कहा कि नवाचार जीवन की निरंतरता का संकेत है। प्रत्येक शिक्षक को निरंतर ही नवाचार करते रहना चाहिए क्योंकि अध्यापक को सभी बहुत उम्मीद की दृष्टि से देखते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना कल में भी नवाचार तथा संकल्प शक्ति के बल पर ही मनुष्य ने विजय प्राप्त की। अगर नवाचार उच्च कोटि का है तो आजकल आर्थिक मदद देने के लिए भी बहुत सी संस्थाएं आगे आ रही हैं। डायट प्राचार्य दीप्ति वार्ष्णेय ने उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया तथा सभी प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की। डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता मनोज कुमार ने नवाचार महोत्सव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नवाचार के कारण ही भारत के बहुत से नवयुवक आजकल सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे हैं। निर्णायक मंडल के द्वारा प्रत्येक वर्ग से एक शिक्षक का चयनकर राज्य स्तर पर भेजा गया है। परिषदीय प्राथमिक वर्ग में नवाबगंज विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बढ़ेपुरा की मिथिलेश कुमारी, परिषदीय उच्च प्राथमिक वर्ग में डरुआपुर आलमपुर जाफराबाद की रितु राठौर, माध्यमिक में कुसुम कुमारी कन्या इंटर कॉलेज की वनिता श्रीवास्तव, प्रवक्ता वर्ग में अंग्रेजी विषय के प्रवक्ता श्रीकांत मिश्रा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि ने नवाचार के विभिन्न स्टॉल का विधिवत निरीक्षण किया तथा नवाचारी कार्य के लिए शिक्षकों को बधाई भी दी। निर्णायक मंडल में बरेली कॉलेज के जन्तु विज्ञान विभाग में प्रोफेसर डाॅ राजेंद्र सिंह, राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डाॅ नीलम गुप्ता, जंतु विज्ञान की प्रोफेसर डॉ बीनम गुप्ता
रहे।
आयोजक मंडल में डॉ फहमिना, आकांक्षा, महेंद्र पाल सिंह, दिनेश कुमार सिंह, सावित्री यादव, वंदना सहाय, अर्चना आदि रहे। इस अवसर पर श्रीकांत मिश्रा, विनोद कुमार, डॉ रूबी, सूर्य प्रताप सिंह, सौरभ मिश्रा, डाॅ नीति माहौर, राजेश कुमार, कुमारी अंशु, ज्योति यादव, भावना,अदिति पंत, हिमांशु राठौर, राकेश कुमार गंगवार, पारुल, रश्मि, सैकड़ो की संख्या में अध्यापक तथा डीएलएड प्रशिक्षु उपस्थित रहे। संचालन डॉ कृष्ण कुमार ने किया।




















































































