उझानी के गांव बरसुआ के लोग धरना देने आए, पुलिस के अश्वासन पर गांव वापस लौट गए
उझानी।।दो सप्ताह पूर्व गांव के दवंग व्यक्तियो ने अपने दो टैªक्टरो से अपने सगे तहेरे भाई की तीन बीघा खेत में लगी शिमला मिर्च की फसल को रौदकर बर्वाद कर दिया। जिसमें लगभग साठ हजार की लगी पौध का नुकसान बताया जा रहा है। वही पुलिस ने अपनी गर्दन बचाने को दोनो पक्षो के खिलाफ शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। परंतु पुलिस ने दवंगो के खिलाफ किसी तरह की कोई कानूनी कार्रवाही नही की है। जिसके विरोध में पीडित किसान ने अपने स्वजनो के साथ कोतवाली के गेट पर धरना प्रदर्शन करने की आलाधिकारियो को लिखित व मौखिक सूचना दी थी। धरना देने आए पीडित स्वजन के साथ अब्दुल्ला गंज चौकी प्रभारी रिकू सिह ने मोवाइल पर दवंगो के खिलाफ कानूनी कार्रवाही करने के अश्वासन पर धरना स्थगित करवा दिया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव बरसुआ निवासी सोनपाल लोधे ने कोतवाली पुलिस में दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि मेरी तीन बीघा जमीन में शिमला मिर्च की पौध लगी थी। जिसको गांव के ही दबंगो ने एकराय होकर अपने दो टैªक्टरो में कल्टीवेटर लगाकर 31 अगस्त को खेत में लगी शिमला मिर्च की पौध को जोत कर लगभग 60 हजार मूल्य की सम्पंति का नुकसान कर दिया है। विरोध करने पर इन लोगो ने पिता पुत्र को घेर कर जान से मारने की नीयत से कल्टीवेटर के नीचे डालने का प्रयास किया जो गांव वालो के आ जाने से असफल रहे। जिसकी पीडित सोनपाल लोधी ने कोतवाली पुलिस में 1 सितम्बर को शिकायत की परंतु पुलिस पीडित व दवंगो के खिलाफ शांति भग के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया। वही पीडित सोनपाल लोधी दवंगो के खिलाफ कानूनी कार्रवाही को लेकर कोतवाली से लेकर आलाधिकारियो को लिखित व मौखिक शिकायत की परंतु यह शिकायती पत्र एक मेज से दूसरी मेज पर पहुचने के बाद रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया। पीडित व्यक्ति ने थक हार कर कोतवाली के गेट पर 15 सितम्बर की प्रातः काल धरना प्रदर्शन करने की चेतवानी दी थी। वह अपने निर्धारित समय के अनुसार पीडित सोनपाल अपनी पत्नी देवकी, बेटा उदयवीर, विपिन, सुरेंद्र, अजय कुमार आदि को लेकर कोतवाली के गेट पर धरना देने आ गए जब इस बात की सूचना समाजसेवी मित्रपाल सिह यादव उर्फ भल्ले ने अब्दुल्ला गंज चौकी प्रभारी रिकू सिह को मोबाइल पर दी तो उन्होने कहा कि आज तो मै अदालत में जा रहा हूं मंगलवार को दवंगो के खिलाफ कानूनी कार्रवाही करने का अश्वासन दिया जिस पर पीडित पक्ष सोनपाल लोधी मन गया और एक दिन को धरना स्थगित कर गांव वापस लौट गए !




















































































