अखिलेश यादव के राज में हर महीना लगता था कर्फ्यू, धार्मिक त्यौहारो में फैलती थी राजक्ता, और अब है कानून का राज।
बरेली। गत दिनों धार्मिक त्यौहारो और कानून व्यवस्था पर सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा उठाए गए सवालों पर मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने तिखी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने प्रेस को जारी किए गए बयान में कहा कि सपा शासनकाल में अराजक्ता का माहौल था, गुंडा गर्दी उरूज पर थी , महिलाए शाम को 7 बजे अकेले रोड पर नहीं चल सकती थी। मगर मौजूदा सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं है, महिलाए शाम को नहीं बल्कि रात में 1 बजे भी रोड़ पर अकेले धूम सकती है, अब उनको गुंडे लफंगे चैन स्कैचर वालों से कोई डर और खौफ नहीं है। मौजूदा समय में कोई भी ताकतवर व्यक्ति किसी गरीब व कमजोर पर अत्याचार नहीं कर सकता, और न ही गरीब आदमी की जमीन पर कब्जा कर सकता है। आज के दौर में कानून सबसे बड़ा है, कानून की हर तरफ पेहरेदारी है, कानून की नजर में सभी लोग बराबर है, कानून की नजर में न कोई छोटा है न कोई, न कोई ताकतवर और न कोई कमजोर। अखिलेश यादव के दौर में समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता ये कहता नजर आता था कि कानून हमारी जेब में है। मगर आज परिस्थितियां बदल चुकी है, और हर तरफ कानून का राज है। मौलाना ने कहा कि गत दिनों सभी सम्प्रदाय के त्योहार अम्न व शांति के साथ सम्पन्न हुए। कांवड़ यात्रा स्व कुशल सम्पन्न हुई, उसके बाद मोहर्रम के जुलूस फिर ईद -मिलाद-उन-नबी के जुलूस शानदार तरीके से निकाले गए। इन सभी त्योहारो में लड़ाई झगडा व सम्प्रदाय दंगा तो छोड़िए, बल्कि किसी भी व्यक्ति को एक खरोंच तक नहीं लगी। जबकि अखिलेश यादव की सरकार में हर महीने किसी न किसी शहर में सम्प्रदाय दंगा होता था, कंट्रोल करने के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ता था, इसकी मिसाल मुजफ्फरनगर का दंगा सभी ने देखा है। जबकि मौजूदा समय में बड़े बड़े धार्मिक आयोजन बहुत अच्छे अंदाज में सम्पन्न हो जाते हैं, पूरे 8 साल में किसी शहर में कर्फ़्यू लगाने की नौबत नहीं आई। मौलाना ने आगे कहा कि अखिलेश यादव पूरे 8 साल से कानून व्यवस्था के चौपट होने का रोना रो रहे हैं, उनको अपने शासनकाल के दौरान चौपट कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। सपा सरकार में अखिलेश यादव नाम के मुख्यमंत्री थे और पर्दे के पिछे तीन मुख्यमंत्री और होते थे, जिनके आदेश पूरे राज्य में धूमा करते थे। मगर आज की सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं है, कानून व्यवस्था चाक-चौबंद है, कहीं भी किसी जगह कोई घटना हो जाने पर पुलिस व प्रशासन के लोग फौरन सक्रिय हो जाते हैं, जिसकी वजह से कानून व्यवस्था बनी रहती है।




















































































