बदायूं।।आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय में एनएसएस के अंतर्गत प्राचार्या डॉ. सरला देवी चक्रवर्ती के संरक्षण में साक्षरता दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या डॉ. सरला देवी चक्रवर्ती द्वारा मां सरस्वती को पुष्प अर्पित कर के की गई। प्राचार्या ने छात्राओं को संबोधित करते हुए इस वर्ष के समारोह का विषय “डिजिटल युग में साक्षरता को बढ़ावा देना” बताया, जिसमें देश भर में पढ़ने, लिखने, गणना करने और आजीवन सीखने के कौशल को सक्षम करने में डिजिटल तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने आगे भारत की प्रगति और सार्वभौमिक साक्षरता के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला और इस बात को रेखांकित किया कि साक्षरता पढ़ने और लिखने से कहीं आगे जाती है। यह सम्मान, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता का एक साधन है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति वर्मा ने कहा कि सच्ची प्रगति तभी हासिल होगी जब साक्षरता हर नागरिक के लिए एक जीवंत वास्तविकता बन जाएगी,उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा सभ्यता की नींव है और उन्होंने साक्षर, आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण के लिए नए सिरे से प्रतिबद्धता का आह्वान किया।कार्यक्रम अधिकारी अवनीशा वर्मा ने प्रकाश डाला कि भारत ने मज़बूत डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना का निर्माण किया है,जिससे शिक्षा और समावेशन में तेज़ी आई है, दुनिया, विशेषकर ग्लोबल साउथ के लिए एक मिसाल कायम की है,जिन उपलब्धियों को प्राप्त करने में कई वर्ष लग सकते थे, वे भारत के डिजिटल नवाचारों के माध्यम से मात्र एक दशक में प्राप्त हो गईं। डॉ. इति अधिकारी और डॉ. निशा साहू ने भी छात्राओं के समक्ष डिजिटल साक्षरता पर अपने विचार साझा किए।कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी अवनीशा वर्मा ने सफलतापूर्वक किया और धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति वर्मा ने किया।