बरेली। शहर के किला थाना क्षेत्र में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। नोएडा से आई एक युवती को चोर समझकर मोहल्ले वालों ने जमकर पीटा। महिला बार-बार हाथ जोड़कर खुद को निर्दोष बताती रही, रहम की भीख मांगती रही, लेकिन भीड़ ने एक न सुनी। यह दर्दनाक घटना बरेली के किला थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले की है, जिसने आम लोगों की संवेदनाओं और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवती नोएडा से किसी काम से बरेली आई थी और मोहल्ले में एक परिचित की छत पर देर रात फोन पर बात कर रही। इसी बीच किसी ने उसे संदिग्ध मानते हुए शोर मचा दिया कि यह महिला चोर है। देखते ही देखते लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और बिना कुछ जाने-समझे महिला पर हमला बोल दिया। पीटाई के दौरान युवती लगातार कहती रही, “मैं चोर नहीं हूं, मुझे मत मारो,” लेकिन भीड़ का गुस्सा इस कदर हावी था कि किसी ने उसकी एक न सुनी। महिला हाथ जोड़कर, रो-रो कर अपनी बेगुनाही की दुहाई देती रही, लेकिन उत्तेजित लोगों ने उसे बेरहमी से पीटते हुए सड़क पर गिरा दिया। सूचना मिलते ही किला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह महिला को भीड़ से छुड़ाया। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, महिला के शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें आई हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उसे वार्ड में भर्ती किया गया है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है,चार युवक गिरफ्तार किए और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। थाना प्रभारी का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। यह घटना भीड़ के न्याय (mob justice) की एक खतरनाक मिसाल है। किसी भी नागरिक को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। इस घटना ने न सिर्फ पीड़िता की जिंदगी को प्रभावित किया है, बल्कि समाज में फैले अविश्वास और असंवेदनशीलता को भी उजागर कर दिया है। प्रशासन और पुलिस से मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी की जाए और पीड़िता को न्याय दिलाया जाए। साथ ही, आम जनता को भी यह समझने की जरूरत है कि किसी के साथ ऐसा बर्ताव करने से पहले सच्चाई की जांच करना और कानून पर भरोसा करना बेहद जरूरी है।