बिसौली के एसडीबी पब्लिक स्कूल में अंतर सदन भजन प्रतियोगिता हुई, भक्ति और उल्लासपूर्ण वातावरण रहा

बिसौली। एसडीबी पब्लिक स्कूल में अंतर सदन भजन प्रतियोगिता का आयोजन भक्ति और उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। विद्यालय के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने भावपूर्ण और सुमधुर भजनों के माध्यम से सभी श्रोताओं को भक्तिरस में सराबोर कर दिया। यह प्रतियोगिता विद्यालय की सहगामी क्रियाकलाप प्रभारी शारदा बवेजा के कुशल मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में शगुन, अग्रिमा, कंचन, कनिका, एलनाह, आस्था, तनिष्का, अनिमा, अपेक्षा, अनिष्का, लक्ष, तेजस्विनी, खुशी, आस्था, काव्यांश एवं वंशिका सहित अनेक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रस्तुतियों से भक्ति का अनुपम वातावरण निर्मित किया। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता हेतु तैयार करने में हाउस इंचार्ज शिक्षिकाओं — रोमा मैम, श्वेता मैम, कविता मैम एवं प्रिया मैम का विशेष योगदान रहा। उन्होंने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, भाव-प्रदर्शन एवं गायन शैली में निखार लाने के लिए सतत मार्गदर्शन दिया। प्रतियोगिता में तेजस्विनी (गंगा हाउस) ने प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्कृष्ट गायन प्रतिभा का परिचय दिया। अनिमा (गंगा हाउस) ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, जबकि लक्ष (गंगा हाउस) एवं आशी (प्रह्लाद हाउस) ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान अर्जित किया। सभी विजेताओं को मंच पर सम्मानित किया गया और दर्शकों की ओर से भरपूर सराहना प्राप्त हुई। प्रतियोगिता के निर्णायक मनोज चौहान, जो कि संगीत के अनुभवी शिक्षक एवं विशेषज्ञ हैं, ने सभी प्रस्तुतियों का सूक्ष्म मूल्यांकन किया। उन्होंने कहा — “विद्यालय स्तर पर इस प्रकार की भजन प्रतियोगिताएँ न केवल छात्रों की संगीतात्मक प्रतिभा को निखारती हैं, बल्कि उनमें भक्ति भाव और संस्कृति के प्रति जुड़ाव भी बढ़ाती हैं। सभी प्रतिभागियों ने अत्यंत भावपूर्ण एवं सराहनीय प्रस्तुतियाँ दीं।” इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या मीनू बत्रा, उपप्राचार्या शारदा बवेजा, शिक्षिकाएँ कविता मैम व प्रिया मैम, तथा निर्णायक मनोज चौहान ने भी अपने भजनों द्वारा भावविभोर कर देने वाली प्रस्तुतियाँ दीं। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को अध्यात्म की गहराई एवं मधुरता से भर दिया। सहगामी क्रियाकलाप प्रभारी शारदा बवेजा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा — “भजन प्रतियोगिता केवल गायन का माध्यम नहीं, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने और विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों को जागृत करने का एक प्रभावशाली साधन है। सभी प्रतिभागियों ने जिस श्रद्धा, अनुशासन और समर्पण के साथ भाग लिया, वह वास्तव में प्रशंसनीय है।” विद्यालय की प्राचार्या मीनू बत्रा ने कहा — “भजन प्रतियोगिता विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने और आत्मिक संतुलन विकसित करने का एक सशक्त मंच है। उनकी प्रस्तुतियाँ अत्यंत भावपूर्ण और प्रेरणादायक रहीं।” निदेशक अखिलेश वर्श्नेय ने भी कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में सांस्कृतिक चेतना, श्रद्धा एवं अनुशासन का विकास होता है। हमारे विद्यार्थियों का समर्पण, अभ्यास और प्रस्तुति प्रशंसनीय रही। यह प्रतियोगिता निश्चित ही सभी के लिए प्रेरणास्रोत सिद्ध हुई है।” प्राचार्या एवं निदेशक ने सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभका नाएँ दीं, साथ ही अन्य प्रतिभागियों की मेहनत एवं प्रस्तुति की भी सराहना की। कार्यक्रम का समापन तालियों की गूंज और भक्तिरसपूर्ण वातावरण के बीच हुआ, जिसमें सभी उपस्थितजन आत्मविभोर हो उठे।