बरेली। नबीरा-ए-आला हज़रत व ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। निहत्थे बेक़ुसूरों को मारना कायराना हरकत है। उन्होंने कहा कि यह हमला भारत के माहौल को और ज़्यादा बिगाड़ने की नीयत से किया गया है मगर ख़ुफ़िया तंत्र की विफलता भी इसका बड़ा कारण है। मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने कहा कि आतंकी हमले के बाद जो लोग मुसलमानों और इस्लाम के ख़िलाफ़ ज़हर उगल रहे हैं, उन्हें सोचना चाहिए कि ऐसा करके वे आतंकियों की ही मदद कर रहे हैं। आतंकी चाहते ही यही हैं कि हमारा देश आंतरिक झगड़ों और दंगों में उलझ जाए। यह देश के आम, निहत्थे और बेक़ुसूर नागरिकों पर हमला है और इसको इसी नज़रिये से देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक और सैनिक अनुपात के हिसाब से कश्मीर दुनिया का सबसे अधिक सैन्य जमावड़े वाला क्षेत्र है। वहाँ 30 नागरिकों पर एक सैनिक तैनात है। ऐसे में इस आतंकी हमले के पीछे सूचना तंत्र की विफलता साफ़ नज़र आती है। नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि हमले के बाद एक्टिव होने से बेहतर होता कि हमारा पूरा तंत्र पहले से सतर्क रहता और हमला होता ही नहीं। हमें नफ़रतें छोड़कर देश के असली दुश्मन को पहचानना होगा और सुदूर सरहद से लेकर गाँव की सड़कों तक सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।