फीडबैक के लिए गांव-गांव की जाए बैठकः नोडल अधिकारी
बदायूँः अधिकारियों की टीम गांव-गांव जाकर बैठकर किसानों से संवाद करें। किसानों की समस्या का मौके पर निस्तारण करें। किसानों द्वारा बेचे गए गन्ना धान आदि फसलों के संबंध में फीडबैक लें।
रविवार को जिलाधिकारी कैम्प कार्यालर पर जनपद के नोडल अधिकारी/मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद ने जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ कृषि, गन्ना एवं धान क्रय के संबंध में बैठक आयोजित की। उन्होंने समस्त अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि शासन की मंशा है कि किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। किसानों की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि एसडीएम सीओ तहसीलदार आदि अधिकारियों की टीम बनाकर गांव गांव जाकर बैठक कर किसानों से संवाद कर उनकी समस्या सुनकर मौके पर निस्तारण कराएं।
गन्ना क्रय केंद्रों पर अवैध गन्ने की खरीद नहीं होनी चाहिए। सभी गन्ना एवं धान क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण कराया जाए यदि कोई माफिया सक्रिय पाया जाता है तो उस पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जाए। केंद्रों की नियमित निगरानी की जाए। नोडल अधिकारी ने निर्देश दिए कि जिस तरीके से पराली जलाने के संबंध में समितियां गठित हुई थी और गांव-गांव जाकर बैठकर किसानों को जागरूक किया था उसी तरीके से समितियां पुनः सक्रिय की जाए। अधिकारियों की टीम गांव-गांव भेजकर विशेष अभियान चलाकर 15 दिनों में 40 से 50 गांव का किसानों से फीडबैक लिया जाए। किसानों का गन्ना एवं धान क्रय केंद्रों पर बिना बिचैलिए के समय से तौल कराकर उनका भुगतान कराया जाए।
नोडल अधिकारी ने कृषि उपनिदेशक रामवीर कटारा को निर्देश दिए कि उर्वरकों की कहीं पर भी कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि उर्वरक के साथ दुकानदार अतिरिक्त कोई भी जिंक,कैल्शियम आदि पदार्थ बिना किसान की मर्जी से न दें। किसानों को पर्याप्त मात्रा में निर्धारित दरों पर उर्वरक उपलब्ध कराया जाए।
तत्पश्चात नोडल अधिकारी ने राणा शुगर मिल जनपद रामपुर द्वारा संचालित गुरपुरी चंदन एवं मलगांव के पास दो गन्ना क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। क्रय केंद्र पर मौजूद किसानों से गन्ना तौल के संबंध में जानकारी ली तो अवगत कराया कि 3 से 5 दिन लग जाता है। नोडल अधिकारी ने एसडीएम सदर को निर्देश दिए कि जितनी ट्राली मौके पर खड़ी हैं उनको नोट किया जाए चीनी मिल को नोटिस देकर इनका किराया अलग से भुगतान कराएं। उन्होंने कहा कि किसानों का गन्ना समय से तौल की जाए अनावश्यक उन्हें क्रय केंद्रों पर खड़ा न किया जाए। किसान भी सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय पर ही क्रय केंद्र पर गन्ना लेकर जाएं। गन्ना किसानों ने अवगत कराया कि गांव से काफी दूर होने पर गन्ना क्रय केंद्र पास में शिफ्ट किया जाए। मंडलायुक्त ने जिला गन्ना अधिकारी रामकिशन को निर्देश दिया कि गन्ना क्रय केंद्र अधिक गन्ना वाले गांव में लगवाया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए किसानों को किसी प्रकार की कोई भी गन्ना, धान एवं मक्का आदि फसलों को बेचने में कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए।