बरेली। मोहल्ला आजमनगर में बिरादराने कुरैश व आशिकाने ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ 28वां जशन ए गरीब नवाज़ 23 दिसम्बर को मनाया जाएगा,जिसकी तैयारियां मुकम्मल हो गई है जशन की ज़ेरे सदारत क़ायदे मिल्लत हज़रत मौलाना तौकीर रजा खाँ, ज़ेरे हिमायत दरगाह वली मियां के सज्जादानशीन सोफिये मिल्लत हज़रत अनवर मियाँ,ज़ेरे निज़ामत शाएरे इस्लाम ख़तीबे मिल्लत हज़रत मौलाना फरियाद अली के अलावा शहरभर के अकीदतमंद जलसे में शामिल रहेगे।उलेमा इकराम तकरीरों और नातो मनकबत की महफ़िल के ज़रिए सुल्तान ए हिन्द ख्वाजा गरीब नवाज़ मोइनुद्दीन चिश्ती साहब की करामातों और शख्सियत को बयां करते है। जलसे के प्रभारी बिलाल कुरैशी,हाजी परवेज़ कुरैशी व हाजी इसरार कुरैशी ने बताया कि आजमनगर के हज़रत बहादुर शाह वली रोड़ स्थित जलसा 23 दिसम्बर को बाद नमाज़े इशा होगा,ताजदारे ख़िताबत हज़रत अल्लामा गुलाम रब्बानी इलाहाबादी,शायरे इस्लाम सैफ अली कानपुरी,कारी रेहान रज़ा शाहजहांपुरी,साजिद रज़ा बरेलवी आदि उलेमा रहेगे,जशन ख़्वाजा गरीब नवाज़ में सभी अकीदतमंदों शामिल होंगे। समाजसेवी पम्मी खाँ वारसी ने बताया कि 6 रजब चाँद की तारीख के मुताबिक 7 जनवरी को दोपहर एक बजे मस्जिद नोमहला शरीफ़ में कुल शरीफ़ की महफ़िल होगी।इसी तरह शहरभर की इबादतगाहो,खानकाहों,मस्जिदों के अलावा घरो में भी नज़र पेश की जाएगी।दरगाह नासिर मियाँ के ख़ादिम हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने कहा कि जो अकीदतमंद अजमेर शरीफ़ नही पहुँच पाएंगे वो सभी अकीदतमंद बरेली की मस्जिद नोमहला शरीफ में कुल शरीफ में शामिल होंगे। अजमेर शरीफ़ की दरगाह से उर्स का प्रोग्राम, जिसके मुताबिक 813 वाँ उर्स-ए-हज़रत ख़्वाजा गरीब नवाज़ अजमेर शरीफ मुबारक पहली रजब से 9 रजब 1446 हिजरी 28 दिसंबर 2024 परचम कुशाई से उर्स का आगाज़ 6 रजब चाँद की तारीख के मुताबिक मनाया जाएगा,जोकि अजमेर शरीफ़ की दरगाह के प्रोग्राम से 7 जनवरी को कुल छटी शरीफ़ मनाया जाएगा। 5 रजब को दरगाह आला हजरत के नबीरा ए आला हजरत अल्हाज मौलाना तस्लीम रज़ा खाँ नूरी अजमेर शरीफ के सानिया गेस्ट हाउस से बाद नमाज़े जोहर हज़रत ख़्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह पर चादरपोशी करेंगे।