बदायूँ। पी0एम0 विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत अभ्यर्थियों के चयन हेतु जिला क्रियान्वयन समिति की शिविर कार्यालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने परंपरागत कारीगरों को निशुल्क प्रशिक्षण, टूलकिट वितरण व कम ब्याज पर ऋण के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अंतर्गत पात्र आवेदकों को योजना का लाभ देने के लिए कहा। बैठक में 1965 आवेदन पत्रों में से 535 आवेदन पत्र चयनित एवं 1430 आवेदन पत्र अचयनित किये गये। जिलाधिकारी ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजनान्तर्गत परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता देना और उन्हें योजना के तहत सभी लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र बनाना है। उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत परंपरागत कार्य करने वाले पात्र कारीगरों को शतप्रतिशत योजनाओं का लाभ दिलाए जाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि परंपरागत कारीगरों के कौशल को निखारने के लिए कौशल उन्नयन प्रदान करना और उनके लिए प्रासंगिक और उपयुक्त प्रशिक्षण अवसर उपलब्ध कराना तथा उनकी क्षमता, उत्पादकता और उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बेहतर और आधुनिक उपकरणों के लिए सहायता प्रदान करना है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, अग्रणी जिला प्रबन्धक रीकेश रंजन, प्रधानाचार्य राजकीय आई0टी0आई0 सुरेन्द्र कुमार वार्ष्णेय, उपायुक्त उद्योग अशोक कुमार उपाध्याय उपस्थित रहे।