बरेली। मानव सेवा क्लब के तत्वावधान में सदी के महान ग़ज़लकार दुष्यंत कुमार की 91 वीं जयंती पर एक विचार गोष्ठी और सम्मान कार्यक्रम में शायरी और ग़ज़ल में विशेष योगदान के लिए मुरादाबाद के वरिष्ठ ग़ज़लकार और शायर डॉ. कृष्ण कुमार नाज़ को 11 वां दुष्यंत कुमार स्मृति साहित्य सम्मान दिया गया। रविवार को नावल्टी चौराहा स्थित सभागार में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने कहा कि मात्र 42 वर्ष की अल्पायु में दुष्यंत कुमार ने हिन्दी ग़ज़ल के क्षेत्र में इतना अधिक काम कर दिया कि वह सदी के महानायक कहे जाने लगे। दुष्यंत कुमार की गजलें बहुत चर्चित हैं। आज भी लोग उसे खूब पसंद करते हैं। शायर डॉ. कृष्ण कुमार नाज़ को सम्मान में हार, शाल, अभिनंदन -पत्र और स्मृति चिन्ह विशिष्ट अतिथि अशोक उपाध्याय, पवन सक्सेना, सुरेन्द्र बीनू सिन्हा और इन्द्र देव त्रिवेदी ने दिया। अपने सम्मान के बाद शायर डॉ. कृष्ण कुमार नाज़ ने ग़ज़लकार दुष्यंत कुमार को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें हिंदी ग़ज़ल का महानायक बताया। कार्यक्रम का प्रारम्भ अरुणा सिन्हा की सरस्वती वंदना से हुआ । वन्दे मातरम का नेतृत्व मीरा मोहन ने किया। क्लब का आव्हान गीत प्रकाश चंद्र सक्सेना ने प्रस्तुत किया। संचालन इन्द्र देव त्रिवेदी ने किया। खासतौर से मौजूद लोगों में निर्भय सक्सेना, मंजू लता सक्सेना, प्रीती सक्सेना, जितेंद्र सक्सेना, रणधीर प्रसाद गौड़, सुधीर मोहन, प्रकाश सक्सेना, अरुण शुक्ला, उमेश गुप्ता, पीयूष गुप्ता, इं डी. डी. शर्मा, विजय कपूर, मोहन चन्द्र पांडेय, विशाल शर्मा, प्रकाश निर्मल, अनिल चौबे, रामप्रकाश ओज , मनोज टिंकू सहित कई लोग उपस्थित रहे।