बरेली। वर्ष 2023 में डीजे को लेकर एक संदेश अखबार में छपवाया गया था जिसमें लिखा था कि जुलूस ए मोहम्मदी के मौके पर डीजे को बजाना आराम है, अगर कोई डीजे बजता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी को लेकर वर्ष 2023 में मुमताज सकलैनी के खिलाफ डीजे को लेकर मुकदमा दायर किया गया था। मुमताज सकलैनी का कहना है कि इस कार्रवाई से तमाम अंजुमन नाराज है। उन्होंने बताया कि जब भी किसी दरगाह पर उर्स होता है तो हकीकतमंद जुलूस की शक्ल में चादरें लेकर आते हैं ,जिसमें डीजे भी लगा हुआ होता है। उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि बीती 16 मई को जब अख्तर रजा खान के उर्स में जगह जगह डीजे बजाया गया था, तब किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जब वर्ष 2023 में डीजे बजाना हराम था तो अब 2024 में जायज कैसे हो गया। उन्होंने कहा कि अगर जुलूसे मोहम्मदी में डीजे बजाना हराम है तो उर्से रजवी और उर्स अजहरी में डीजे बजाना जायज कैसे हैं।