भारतीय पत्रकारिता संस्थान, बरेली ने 41 वर्षों के सफर में किया नामचीन पत्रकारों का सम्मान

बरेली। सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने गढ़वाल विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म की डिग्री लेने के बाद दैनिक अमर उजाला में कदम रखा। कुछ समय पत्रकार की नौकरी भी 1982- 1983 के दशक में की। उसी समय सुरेन्द्र बीनू सिन्हा के मन में पत्रकारिता संस्थान खोलने का विचार अमर उजाला के तत्कालीन संपादक अशोक अग्रवाल की प्रेरणा से आया तत्पश्चात पत्राचार के माध्यम से पत्रकारिता कोर्स संचालित करने के लिए वर्ष 1983 में बरेली में भारतीय पत्रकारिता संस्थान की स्थापना हुई । आज 41 वर्ष हो गए। यह गौरव की बात ही है। वर्ष 1983 में भारतीय पत्रकारिता संस्थान ने जब अपना पहला उत्सव कार्यक्रम संजय कम्युनिटी हाॅल में मनाया तो बतौर मुख्य अतिथि देश के प्रख्यात साहित्य मनीषी विष्णु प्रभाकर उस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। बरेली के पत्रकार अनुपम मार्कण्डेय का उन्होंने सम्मान भी किया था। भारतीय पत्रकारिता संस्थान के अपने अब तक के 39 वार्षिक उत्सव कार्यक्रमों में देश के जाने माने पत्रकार कुलदीप नैयर, नंद किशोर त्रिखा, विष्णु पंकज, विनीत नारायण, अलका सकसेना, नीलाभ, प्रेम नाथ चतुपर्वेदी, बच्चन सिंह, डा. वीरेन डंगवाल, धर्मपाल गुप्त शलभ, प्रभात सिंह, निर्भय सक्सेना, सुनील शाह, पवन सक्सेना, शंभू दयाल बाजपेई, जे. के. सिंह, ब्रज पाल बिसरिया, जे. बी. सुमन आदि पत्रकारों को भी समय-समय पर सम्मानित कर चुका है। 30 मई 1984 में दूसरा वार्षिक उत्सव जिला पंचायत सभागार में हुआ जिसमें नवभारत टाइम्स के प्रेम नाथ चतुर्वेदी को सम्मानित किया गया। 30 मई 1985 को जिला पंचायत में तीसरे वार्षिक उत्सव में रूहेलखंड विश्वविद्यालय के उप कुलपति मुख्य अतिथि थे और गोपाल विनोदी को सम्मानित किया गया। 30 मई 1986 को संजय कम्युनिटी हॉल सभागार में चौथे उत्सव में सूचना निदेशक ठाकुर प्रसाद सिंह को सम्मानित किया गया। 30 मई 1987 को बरेली कालेज में हुए कार्यक्रम में नवभारत टाइम्स दिल्ली के नंद किशोर त्रिखा एवं इलाहाबाद के नीलाभ को सम्मानित किया गया। 30 मई 1988 को बरेली कालेज सभागार में संस्थान के छठे वार्षिक उत्सव में क्रांतिकारी मन्मथ नाथ गुप्त ने वीरेन डंगवाल को सम्मानित किया। 30 मई 1989 को जिला पंचायत सभागार में हुए सातवें वार्षिक उत्सव में साहित्य मनीषी पद्मश्री आचार्य क्षेम चंद्र सुमन को निदेशक सुरेन्द्र बीनू सिन्हा , साहित्यकार निरंकार देव सेवक ने सम्मानित किया। वहीं समाजसेवी प्रोफेसर कृपा नंदन ने रविवार पत्रिका दिल्ली की रिपोर्टर अलका सक्सेना को सम्मानित किया। संस्थान के 1990 में आठवें वार्षिक उत्सव में कुलपति डा. यू. पी. अरोड़ा ने मुरादाबाद के राजीव सकसेना एवम अमर उजाला के प्रभात सिंह को सम्मानित किया। वर्ष 1991 के वार्षिक उत्सव में धर्मपाल गुप्त, प्रोफेसर ज्योति स्वरूप ने जयपुर के विष्णु पंकज को सम्मानित किया। वर्ष 1992 में भाषा के संपादक वेद प्रताप वैदिक ने दैनिक जागरण बरेली के गौरव कुमार, अमर उजाला के जे. के. सिंह को सम्मानित किया। वर्ष 1993 में बच्चन सिंह, राम प्रकाश गोयल ने हरी राम पांडे, दिलीप मिश्रा को सम्मानित किया। राम स्वरूप सभागार में 1994 में हुए वार्षिक उत्सव में संतोष कुमार गंगवार, दिनेश जौहरी, रूहेलखंड विश्वविद्यालय के उपकुलपति भूमित्र देव ने जे. बी सुमन एवम ब्रज पाल बिसरिया को सम्मानित किया। 1995 में आई एम ए हाल में तत्कालीन आयुक्त एम. रामचंद्रन ने वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर को पहला सुरेन्द्र बहादुर सिन्हा पत्रकारिता सम्मान प्रदान किया। उसी कार्यक्रम में कुलदीप नैय्यर ने अमर उजाला के सुनील शाह, दैनिक जागरण के शंभू दयाल बाजपेई को पत्रकारिता के लिए पुरस्कृत किया। वर्ष 1996 में तत्कालीन मंडल आयुक्त के. के. सिन्हा ने दिल्ली की वरिष्ठ पत्रकार नीलम महाजन सिंह, पंजाब केसरी के राकेश उपाध्याय को सम्मानित किया। 1997 के वार्षिक उत्सव में संतोष कुमार गंगवार, बच्चन सिंह की उपस्थिति में 14 स्वतंत्रता सेनानियों एवं पत्रकार विनीत नारायण, सुधीर विद्यार्थी को भी सम्मानित किया गया। वर्ष 1999 में कादम्बिनी के संपादक धनंजय सिंह सहित देश के कई नामचीन संपादक और पत्रकारों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता रहा। उनमें वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, कन्हैया लाल नंदन, मंगलेश डबराल, किशन सरोज, मधुरेश, प्रो. वसीम बरेलवी का नाम उललेखनीय है। वर्ष 2000 में बरेली कॉलेज में हुए भारतीय पत्रकारिता संस्थान के 20वें कार्यक्रम में कवि किशन सरोज मुख्य अतिथि थे। साहित्यकार मैनेजर पांडे को सम्मानित किया। वर्ष 2001 में रुहेल खंड विश्व विद्यालय कुलपति प्रो जाहिद हुसैन जैदी मुख्य अतिथि थे, एवम कवि पत्रकार वीरेन डंगवाल को सम्मानित किया गया। 2002 में डॉ. नागेश शर्मा मुख्य अतिथि रहे एवम साहित्यकार मृदुला शर्मा को सम्मानित किया गया। वर्ष 2003 में लेखक मधुरेश मुख्य अतिथि थे और दिल्ली के पत्रकार राज किशोर को सम्मानित किया गया। 2004 में डॉ आई. एस. तोमर मुख्य अतिथि थे इसमें कवियत्री ज्ञानवती सक्सेना को सम्मानित किया गया।

वर्ष 2005 में संस्थान के 25 वें वार्षिक कार्यक्रम में कवि कुंवर बैचेन मुख्य अतिथि थे । संपादक एस. पी. सिंह को सम्मानित किया गया। वर्ष 2006 में कमलेश्वर मुख्य अतिथि थे और लेखक से. रा. यात्री को सम्मानित किया गया। 2007 में यू पी के एम एल सी रहे रमेश विकट मुख्य अतिथि थे और कवि उर्मिलेश शंखधर को सम्मानित किया गया। 2008 में प्रो जाहिद हुसैन उर्फ वसीम बरेलवी मुख्य अतिथि थे एवम लेखक आलोक पुराणिक को सम्मानित किया गया। वर्ष 2009 में पत्रकार धर्म पाल गुप्त शलभ मुख्य अतिथि थे एवम साहित्यकार राधे मोहन राय को सम्मानित किया गया। वर्ष 2010 में संस्थान के 30वे वार्षिकोत्सव पर पत्रकार राकेश कोहरवाल मुख्य अतिथि थे एवम पत्रकार राम बहादुर राय को सम्मानित किया गया। वर्ष 2011 में डी आई जी डॉ दया निधि मिश्र मुख्य अतिथि थे एवम कवि लक्ष्मण सिंह बिष्ट बटरोही को सम्मानित किया गया। 2012 में बरेली के कमिश्नर मुख्य अतिथि थे एवम पत्रकार नीलम महाजन सिंह को सम्मानित किया गया। रोटरी भवन में वर्ष 2013 में हुए कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य रहे रमेश विकट मुख्य अतिथि थे एवम नव गीतकार रमेश गौतम को सम्मानित किया गया। वर्ष 2014 में पत्रकार धर्मपाल गुप्त शलभ मुख्य अतिथि थे एवम साहित्यकार कमल किशोर गोयनका को सम्मानित किया गया। भारतीय पत्रकारिता संस्थान के 35 वें वार्षिकोत्सव पर शायर वसीम बरेलवी मुख्य अतिथि थे एवम मॉरिशस के साहित्यकार प्रहलाद राम शरण दास को सम्मानित किया गया। वर्ष 2016 में साहित्यकार कांता कमलेश मुख्य अतिथि थे एवम संपादक देव कुमार को सम्मानित किया गया। 2017 में सुकेश साहनी एवम वसीम बरेलवी मुख्य अतिथि थे। दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र प्रसाद पांडेय को सम्मानित किया गया। 2018 में चंद्र कांत त्रिपाठी, निर्भय सक्सेना, पवन सक्सेना, प्रशांत सुमन को सम्मानित किया गया। 2019 में सुधाकर अदीब को अतुल प्रभाकर मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया। , 2020 -21 का वार्षिकोत्सव कोरोना के कारण नहीं हो सका। तो ऑनलाइन आभा निगम, रमेश जैन को प्रशस्ति पत्र भेजकर सम्मानित किया। वर्ष 2022 में बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र बहादुर मुख्य अतिथि थे उन्होंने लखनऊ के पत्रकार प्रमोद गोस्वामी, के न्यूज के संपादक के बक्श सिंह एवम सत्य कथा लेखन में बड़ा नाम रहे अजय कुमार को सम्मानित किया था। वर्ष 2023 में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. वसीम बरेलवी ने दिल्ली में लोकसभा टी वी के पत्रकार मनोज वर्मा एवम लखनऊ के पत्रकार अनिल के अंकुर को सम्मानित किया। सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने लगातार अथक प्रयासों से अपने जीवन के 41 महत्वपूर्ण वर्ष पत्रकारिता और पत्रकारों के लिए समर्पित कर दिये। कलम बरेली की से साभार।
निर्भय सक्सेना, पत्रकार