स्वास्थ्य। टाइप-1 डायबिटीज आनुवांशिक होती है, वहीं टाइप-2 डायबिटीज़ के पीछे पूरी तरह से हमारी लाइफस्टाइल और डाइट जिम्मेदार होती है। वैसे टाइप-1 हो या 2 दोनों ही स्थितियों को पूरी तरह से ठीक कर पाना मुमकिन नहीं होता, लेकिन इसे कंट्रोल में रखकर काफी हद तक आप एक सेहतमंद जिंदगी जी सकते हैं। टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए अपने रूटीन को थोड़ा एक्टिव बनाएं। मतलब योग, टहलना, दौड़ना, स्विमिंग, साइकिलिंग जैसी एक्टिविटीज के लिए रोजाना थोड़ा समय निकालें। वहीं दूसरा अपनी डाइट पर ध्यान दें। डाइट में फाइबर और प्रोटीन रिच चीज़ों को शामिल करें। इससे मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रहता है। मूंगफली में विटामिन ई, प्रोटीन, फाइबर, फोलेट, मैंग्नीज, मैग्नीशियम, नियासिन, हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट मौजूद होते हैं। वेजिटेरियन्स के लिए मूंगफली प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है। मूंगफली को आप पोहे में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे का स्वाद और टेक्सचर दोनों बढ़ जाता है। पीनट बटर जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही हेल्दी भी। इसे आप रोटी, ब्रेड, प्लेन पराठा किसी के भी साथ लगाकर खा सकते हैं। मूंगफली को ड्राई रोस्ट कर लें यानी बिना तेल, घी के ऐसे ही पैन में भून लें। हल्का ठंडा होने के बाद इसे मिक्सी में पीसकर महीन पाउडर बना लें। रोटी बनाते वक्त एक चम्मच मूंगफली का पाउडर मिलाएं। स्वाद और सेहत दोनों में इजाफा होगा। पीनट चाट एक बहुत ही हेल्दी एंड टेस्टी ऑप्शन है। इसे आप दो तरीकों से बना सकते हैं या तो रातभर भिगोकर या फिर ड्राई रोस्ट कर। दोनों ही हेल्दी तरीके हैं। बाउल में मूंगफली डालें। ऊपर से कटा प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, ऑलिव ऑयल, नमक और चाट मसाला। तैयार है ईवनिंग स्नैक्स। जैसे अंकुरित मूंग, मोठ, को खाया जाता है, वैसे ही मूंगफली का इस्तेमाल कर सकते हैं। सुबह नाश्ते के लिए ये एक बेहतरीन ऑप्शन है। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें अपनी मनपसंद सब्जियां मिला लें। ऊपर से नमक, नींबू डालकर एन्जॉय करें। मूंगफली की चटनी सिर्फ इडली, सांभर के साथ ही खाने का रिवाज नहीं है, बल्कि इसे आप ऐसे भी दूसरी डिशेज के साथ सर्व कर सकते हैं।