बदायूं। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्त्वावधान में रूहेलखंड के सुप्रसिद्ध मिनी कुंभ मेला ककोड़ा में गंगा तट पर दीपावली का पावन पर्व दिव्य श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। दीपों की रोशनी से गंगा किनारा आलोकित हो उठा। श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर दीप प्रज्ज्वलित कर देश, समाज और मानवता के कल्याण की मंगलकामना की। कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री महामंत्र के सामूहिक जप और दीप आरती से हुई। पूरे वातावरण में भक्ति, आनंद और देशभक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। गंगा तट दीपमालाओं से सजा हुआ स्वर्गिक प्रतीत हो रहा था। स्काउट संस्था के पूर्व जिला ट्रेनिंग कमिश्नर संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि गौ, गंगा, गायत्री और गीता–ये भारत की सनातन संस्कृति की चार आधारशिलाएं हैं। इनकी रक्षा और सम्मान से भारत विश्वगुरु बनेगा। दीपावली केवल प्रकाश का नहीं, आत्मजागरण और सत्य की विजय का पर्व है। समेकित शिक्षा के शिक्षक सुरेश मिश्रा ने कहा कि दीपावली का यह पवित्र पर्व हमें जीवन में नई ऊर्जा, आशा और समृद्धि का संदेश देता है। भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी की उपासना से मन में शुभ विचार और कर्म में पवित्रता आती है। समाजसेवी सत्यवीर सिंह यादव ने कहा कि गंगा तट पर दीपावली मनाना पर्यावरण संरक्षण का सुंदर उदाहरण है। जब दीप जलता है तो वह केवल घर नहीं, समाज को भी प्रकाश देता है। ऐसे आयोजन समाज में एकता और सद्भाव का संदेश फैलाते हैं। गंगा तट पर झिलमिलाते दीपों का दृश्य इतना मनमोहक रहा। श्रद्धालु देर तक उस सौंदर्य में डूबे रहे। गंगा आरती के साथ समापन हुआ तो पूरा वातावरण गंगा मैया की जय और जय गायत्री माता के जयघोष से गूंज उठा। इस मौके पर हेमंत शर्मा, विजय, सौरभ, दिनेश बाबू, झंझान सिंह, देव कुमार ने गंगा किनारे दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्र की समृद्धि, शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना की।