फर्रुखाबाद। मोहम्मदाबाद में पत्नी के मायके से नहीं आने पर क्षुब्ध साड़ी व्यापारी ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छत से जाल खोलकर कमरे का दरवाजा खोला और शव को फंदे से उतारा। फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच पड़ताल कर नमूने लिए। कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला इंद्रानगर निवासी शैलेंद्र (27) कन्नौज जिले के थाना सौरिख के कस्बा खड़िनी में साड़ी की दुकान चलाता था। शैलेंद्र की कोतवाली क्षेत्र के गांव पिपरगांव मजरा बिढ़ैल निवासी संगम से शादी हुई थी। उसके दो बच्चे आराध्या और आर्यांश है। कुछ दिनों पहले पति शैलेंद्र से विवाद होने पर पत्नी संगम बच्चों को लेकर मायके चली गई थी। इसके कारण शैलेंद्र मानसिक रूप से परेशान था। छह दिन पहले वह दुकान बंद करके घर आ गया। उसके बाद से वह दुकान खोलने नहीं गया। दो दिन पहले शैलेंद्र ससुराल से पत्नी संगम को बुलाने गया, लेकिन पत्नी और बच्चे उसके साथ नहीं आए। मंगलवार की रात शैलेंद्र दस बजे घर आया। वह अंदर कमरे में चला गया। उसने कुंडी बंद करके कमरे के कुंडे में दुपट्टे से फंदा लगा लिया। लगभग 10:30 बजे मां कपूरवती बेटे शैलेंद्र को खाना खाने के लिए बुलाने गई। कमरा अंदर से बंद पाया। शैलेंद्र को आवाज देने पर भी जवाब नहीं मिला। कपूरवती के शोर मचाने पर पड़ोसी आ गए। दरवाजे के ऊपर लगे जंगले से झांककर देखा। शैलेंद्र को फंदे पर लटका हुआ पाया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। सीढ़ी से छत पर चढ़कर जाल खोला। वहां से कमरे में पहुंचकर अंदर से बंद दरवाजे की कुंडी खोल दी। फाेरेंसिक टीम ने मौके पर जांच पड़ताल के बाद शव को फंदे से उतरवाया। मां कपूरवती ने बताया कि पुत्र शैलेंद्र की पत्नी संगम से अनबन चल रही थी। दो दिन पहले पुत्र के बुलाने पर भी बहू नहीं आई। इससे तंग आकर पुत्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टमके लिए भेज दिया। डॉ सुमित कुमार ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें मौत की पुष्टि फांसी लगने से दम घुटने के कारण होना बताई गई।