मेरठ। गैंगस्टर अनिल दुजाना एनकाउंटर के बाद सीएम योगी का बड़ा बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में माफिया की कोई जगह नहीं। इससे पहले बिजनौर में ढाई लाख का इनामी आदित्य राणा मुठभेड़ में मारा गया था। बता दें कि पुलिस ने कुख्यात अनिल दुजाना को गुरुवार को मेरठ में मुठभेड़ में मार गिराया। बताया गया कि मेरठ में भोला झाल पर सक्रिय होने की पुख्ता जानकारी होने के बाद एसटीएफ ने उसे चारों ओर से घेर लिया था। इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस की टीम ने उसे चारों ओर से घेर लिया। इसी बीच पुलिस की गोली लगने से वह ढेर हो गया। कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना का वेस्ट यूपी में खौफ था। बृहस्पतिवार दोपहर को मेरठ में भोला की झाल पर एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया। अनिल दुजाना वेस्ट यूपी में खौफ का पर्याय बना हुआ था। उस पर लूट डकैती हत्या समेत 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। मेरठ में एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में टीम ने उसे गंगनहर पर लोकेशन मिलने के बाद घेर लिया, अनिल दुजाना ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग की, जवाबी फायरिंग में वह मारा गया। वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना के पिछले दिनों जेल से बाहर आने की सूचना मिलने के बाद कई दिन से मेरठ एसटीएफ और वेस्ट यूपी की पुलिस उस की तलाश में जुटी हुई थी। कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना पिछले काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था, लेकिन कुछ समय पहले वह जमानत पर बाहर आ गया। बताया जाता है कि इसकी जानकारी मॉनिटरिंग सेल के द्वारा पुलिस को भेजी गई थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसमें संज्ञान नहीं लिया। जेल से बाहर आते ही अनिल दुजाना ने जयचंद प्रधान मर्डर केस में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी। जिसके बाद उच्च अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में दो मुकदमे दर्ज किए। मुजफ्फरनगर में छपार के खाद व्यापारी राजीव त्यागी की हत्या के मामले में कुख्यात अनिल दुजाना को आरोपी बनाया गया था। मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है और 11 मई को सुनवाई होनी है। छपार के खाद व्यापारी राजीव गर्ग अपने भाई संजीव त्यागी की हत्या के मामले में गवाह थे। साल 2013 में राजीव त्यागी की हत्या कर दी गई थी। वारदात में अनिल दुजाना और जोगेंद्र जुगाला समेत कई आरोपियों को नामजद किया गया था।