उझानी | शनिवार को कोतवाली क्षेत्र के कस्बा कछला में स्थित माँ भागीरथी गंगा तट पर पितृपक्ष की पूर्णिमा पर पितरों को तर्पण करने को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद लोगों ने पहले पूजा-अर्चना की फिर पितरों को तृप्त करने के लिए ब्राह्मणों को भोजन कराया। गंगाघाट पर भक्तों की भीड़ को देखते हुये पुलिस बल के साथ गोताखोर भी तैनात रहे। गंगा घाट पर सुबह से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने पितरों को तृप्त करने के सभी प्रकार के अनुष्ठान किए। गंगा स्नान के बाद सबसे पहले पितरों को अर्घ्य दिया गया। फिर पूजन के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराया गया। ज्यादातर लोग अपने घरों से ही पितरों के मनपसंद पकवान बनवा कर घाट पर पहुंचे थे। उन्होंने ब्राह्मणों को दक्षिणा भी भेंट की। मान्यता है कि पितृपक्ष पूर्णिमा वाले दिन पृथ्वी पर पधारने वाले पितरों को अमावस्या वाले दिन विदाई दी जाती है। गंगाघाट पर मौजूद प्रसाद विक्रेताओं की मानें तो कोरोना काल के बाद पहले पितरपक्ष पूर्णिमा पर यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।