कष्ट में भगवान अपने भक्त की रक्षा जरुर करते
भक्तों ने किया ममता शाक्य का स्वागत
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गाँव मिश्रीपुर मुकईया में शिव मंदिर पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भ भागवत कथा के तीसरे दिन कन्नौज से पधारी कथावाचिका सुमित किशोरी ने भक्त प्रहलाद के जीवन काल से सभी दर्शकों को मन मुग्ध किया। प्रहलाद भगवान विष्णु के परम भक्त थे। यह बात उनके पिता हिरणाकश्यप को कतई बर्दाश्त नही थी। वह स्वयं को ईश्वर मानते थे।
इस बात से आहत होकर हिरण्याकश्यप अपने बेटे प्रहलाद को सबक सिखाना चाहते थे। जब सारी कोशिशों के बाद भी हिरण्याकश्यप प्रहलाद को विष्णु की भक्ति करने से रोक और उसे बदल नहीं पाए तो उन्होंने उसे मारने की सोची। फिर एक दिन प्रहलाद को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की मदद ली। होलिका को भगवान शंकर से वरदान मिला हुआ था। उसे वरदान में एक ऐसी चादर मिली थी जिसे ओढ़ने पर अग्नि उसे जला नहीं सकती थी। होलिका उस चादर को ओढ़कर और
प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई। लेकिन वह चादर उड़कर प्रहलाद के ऊपर आ गई और प्रहलाद की जगह होलिका ही जल गई। इस तरह हिरण्यकश्यप और होलिका के गलत इरादे पूरे नहीं हो पाए।प्रहलाद आज भी पूरी दुनिया में विष्णु भक्त के नाम से पुकारे जाते है। कथा में पंहुची पूर्व जिला पंचायत सदस्य ममता शाक्य का यहां भक्तों ने जोरदार स्वागत किया। उन्होने कहा कि भागवत कथा समाज में छिपी कुरीतियों को दूर करने का संदेश देती है। इसलिए लोगों को कथा को जरुर सुनना चाहिए। इस मौके पर चन्द्रपाल यादव, भीकम, कल्याण सिंह, सुखवीर सिंह, अगर सिंह, कर्रु सिंह यादव, टिंकू शाक्य, हरिओम शाक्य आदि लोग मौजूद रहे। इधर बिल्सी। इधर तहसील क्षेत्र के गांव नगला डल्लू में शिव मंदिर पर चल रही श्रीमद्भा गवत कथा के चौथे दिन कथावाचक हरिओम शास्त्री ने भक्तों को श्रीकृष्ण जन्म की लीला को विस्तार से सुनाया। साथ ही
उनके बचपन की लीलाओं से शिक्षा लेने का आह्वान किया। इस मौके पर इस मौके पर लोचन सिंह, राम अवतार शर्मा, नरेश कुमार, हप्पू मस्ताना, पंडित मधुर गौड़, राजू कोहली, योगेंद्र सिंह, दीपक शर्मा, नत्थू सिंह, राकेश प्रजापति, जाहिद अली, चमन मिस्त्री, रामचंद्र, महेश शर्मा, मनमोहन मौर्य, रक्षपाल सिंह आदि मौजूद रहे।




















































































