सर्वे में कृषकों को कोई न हो परेशानीः डीएम

बदायूं।कलक्ट्रेट स्थित सभागार में दि किसान सहकारी चीनी मिल्स लि0 की प्रशासक/जिलाधिकारी दीपा रंजन की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक आयोजित की गई। उन्होने गन्ना सर्वे समय से एवं सही ढंग कराने हेतु प्रधान प्रबन्धक एवं ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक को निर्देश दिए कि सर्वे में कृषकों को कोई परेशानी न हो। डीएम ने गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा की। प्रधान प्रबन्धक ने बताया कि कृषकों द्वारा आपूर्ति किये गये गन्ने के विरूद्व दिनांक-02-02-2022 तक का गन्ना मूल्य भुगतान हो चुका है तथा लगभग रू0 18 करोड का भुगतान शेष है। डीएम ने प्रधान प्रबन्धक को शेष भुगतान हेतु अधिक से अधिक चीनी वाहय गोदामों से विक्रय किया जाए, जिससे एक ओर जहॉं ब्याज की बचत होगी, वहीं दूसरी ओर गोदाम का किराया भी कम देना पडेगा।
वित्तीय वर्ष-2021-22 के स्वीकृत वार्षिक बजट एवं उसके सापेक्ष हुए ब्यय की समीक्षा के साथ अंकेक्षित बैलेन्शसीट 2020-21 की लाभ हॉंनि पर विस्तृत विचार करते हुये कमेटी द्वारा सहमति व्यक्त की गई। आगामी पेराई सत्र-2022-23 के संचालन में गुणात्मक सुधार हेतु मरम्मत एवं रख-रखाव का कार्य गुणवत्तापूर्ण कराये जाने एवं शतप्रतिशत क्षमता उपयोग पर विषेश ध्यान देते हुए प्रधान प्रबन्धक को निर्देशित किया गया।
संघ द्वारा दिनांक 29-4-2022 में बजट बैठक के दौरान चीनी मिल से 1.04 लाख कुन्तल बी0हैवी शीरे का उत्पादन कर कायमगंज आसवनी इकाई को भेजकर एथनॉल उत्पादन किया जाना प्रस्तावित है। इस कार्य में ब्यायलिंग हाउस में आवश्यक मोडीफिकेशन पर लगभग रू0 15 लाख व्यय होगे जिसको कमेटी द्वारा पारित किया गया जिससे चीनी मिल को लगभग 70 लाख रूपए का मुनाफा होगा तथा बैक ब्याज में भी कमी आएगा।
डीएम ने चीनी उत्पादन की लागत को कम करने हेतु अन्य उत्पाद जैसे-जैगरी उत्पादन, ब्राउन शुगर पर विचार किए जाने हेतु निर्देशित किया। इस कार्य हेतु मिल की तकनीकी टीम को नजदीकी जैगरी उत्पादन फैक्ट्री में विजिट करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही उत्पादन लागत कम करने हेतु चीनी मिल स्तर से अथक प्रयास किये जाए। उन्होने निर्देश दिए कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के अवशेष देयों के भुगतान हेतु पूर्ण प्रयास कर शीघ्रातिशीघ्र भुगतान कराए जाए।
इस अवसर पर सचिव/प्रधान प्रबन्धक, दि किसान सहकारी चीनी मिल्स लि0 आर0के0रस्तोगी, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, गन्ना विकास परिषद अशोक कुमार, गन्ना विकास निरीक्षक, गन्ना विकास परिषद समर पाल सिंह, मुख्य अभियंता मनोज कुमार, मुख्य गन्ना अधिकारी सी0पी0सिंह, मुख्य रसायनविद्, उपेन्द्र सिंह एवं लेखाधिकारी मेवा लाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
