सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3209 नलकूप ऑपरेटरों को बांटे नियुक्ति पत्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सभी विभागों से यथासंभव रोजगार देने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में मिशन रोजगार के तहत बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़कर प्रदेश के 3,209 नलकूप ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र बांटे। प्रदेश में पहली बार नलकूप ऑपरेटरों में महिलाओं का भी चयन किया गया है। यूपीएसएसएससी चयन प्रक्रिया से चुने गए ऑपरेटर्स में 516 महिलाएं हैं। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि ट्यूबवेल ऑपरेटरों का कर्तव्य है कि वे सभी किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा प्रदान करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार की लगातार कोशिशों से किसानों को समय पर खाद-बीज और सिंचाई की सुविधा मिलने लगी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, पर ड्राप मोर क्रॉप जैसी योजनाओं ने खेती-किसानी को लाभकर बनाया है। सिंचाई व्यवस्था को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। नलकूपों के सुगम संचालन के लिए गांवों में बिजली आपूर्ति न होने की समस्या दूर की गई है। यह सब किसान हितों को संरक्षित करने की ही कोशिश है। सीएम योगी ने कहा कि खुशहाल किसान, समृद्ध प्रदेश की आधारशिला हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है। किसानों की खुशहाली के लिए हर कदम उठाये जाएंगे। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से पहली बार नलकूप चालकों के चयन के लिए परीक्षा और फिर प्रशिक्षण कराए जाने की नीति को ऐतिहासिक बताते हुए सीएम योगी ने नलकूप चालकों को खेती का महत्वपूर्ण अंग बताया। सीएम ने पहली बार नलकूप चालक के पद पर महिलाओं के चयन पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि यह 516 महिला नलकूप चालक एक नया इतिहास रच रही हैं। सीएम ने नवचयनित सभी नलकूप चालकों को बधाई देते हुए उन्हें जल संरक्षण की सीख भी दी।
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण एवं पदस्थापना कार्यक्रम में लखनऊ में तैनाती पाने वाले नवचयनित नलकूप चालक शोभित शुक्ला, सुजीत नारायण, अरुण कुमार, ख्याति शर्मा और कंचन निषाद को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्रदान किये, जबकि शेष युवाओं को जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने नियुक्ति पत्र दिए। नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में बीते साढ़े तीन साल जल शक्ति विभाग के लिए ऐतिहासिक रहे हैं। प्रदेश में सिंचित भूमि का दायरा 23 लाख हेक्टेयर हो गया है, तो वर्षों से खाली पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया तेजी से पूरी हो रही है। 2011 के बाद पहली बार नलकूप चालकों की नियुक्ति हो रही है। इस बार पहली बार महिलाओं की तैनाती भी नलकूप चालक के पद पर हुई है, यह ऐतिहासिक है। यही नहीं, पहली बार इस पद के लिए बकायदे परीक्षा कराई गई। सफल अभ्यर्थियों को एक माह का प्रशिक्षण दिया गया। जलशक्ति मंत्री ने सभी नवचयनित नलकूप चालकों को मनचाहे जनपद में तैनाती पर बधाई भी दी।