बदायूं। जिला परियोजना कार्यालय पर आंगनबाड़ केंद्रों में अध्ययनरत बच्चों की शारीरिक, मानसिक रूप से समस्याओं और बाधाओं के चिन्हीकरण के लिए जिला स्तरीय स्पेशल एजूकेटर और एआरपी की कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिला कार्यक्रम अधिकारी अदिश मिश्रा और जिला समंवयक पीसी श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ. महेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में जिला समंवयक समेकित शिक्षा के मास्टर ट्रेनर जितेंद्र सिंह ने बच्चों के चलने फिरने, बोलने, सुनने, दिखाई देने संबंधी समस्याओं की चित्र दिखाकर विस्तार से चर्चा की। मास्टर ट्रेनर राजेश कुमार मौर्य ने आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के पढ़ने-लिखने संबंधी बाधाओं की चेक लिस्ट से विस्तार से जानकारी दी। उनकी समस्याओं को पहचान चित्र व वीडियों दिखाकर समझाया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों की समस्याओं की पहचान कर स्क्रीनिंग उपरांत आवश्यक उपचार जिला स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कराया जाएगा। बच्चे की आवश्यकता के आधार पर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा दिव्यांगता का प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा। मास्टर ट्रेनर द्वारा ब्लाॅक स्तर पर परिषदीय विद्यालयों में आंगनबाड़ी केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मौके पर मास्टर ट्रेनर अब्दुल अजीम, सुनील कुमार, आमिर फारूक, प्रभाकर सक्सेना, फरहत हुसैन, रज्जन सिंह, विपिन मिश्रा, प्रदन्या मिश्रा, संदीप राय, ज्ञानेंद्र पाल, रेखा देवी, अरूण कूमार, सरिता देवी, आशुतोष मिश्रा, जियालाल आदि मौजूद रहे।