बिल्सी। तहसील क्षेत्र के यज्ञ तीर्थ ग्राम गुधनी-खैंसारा स्थित आर्य समाज मंदिर में आज रविवार को यहां नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम यहां सामूहिक यज्ञ किया गया। जिसके बाद वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने कहा नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने 1945 में खुद को भारत का प्रधानमंत्री घोषित किया था जिसे विश्व के 13 देशों ने मान्यता प्रदान की थी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मानते थे कि बिना कुर्बानी दिए हम आजादी हासिल नहीं कर सकते, शठेशाठ्ये समाचरेत का सिद्धांत लेकर उन्होंने जापान में आजाद हिंद सेना का गठन किया। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा बुलंद किया। अपनी सर्वोच्च डिग्री को टुकड़े-टुकड़े कर हवा में उछाल दिया और सर्वस्व समर्पण करके देश को आजाद कराने की नींव रख दी। उनके बलिदान को हम कभी भी भुला नहीं सकते। इस मौके पर प्रज्ञा आर्य, विनीत कुमार सिंह, विचित्रपाल सिंह, मंजू रानी, ज्योति रानी, मोना आर्य, भावना आर्य, रेखा, कौशिकी रानी एवं आर्य संस्कारशाला के बच्चे भी मौजूद रहे।