मुरादाबाद। नशे में धुत होकर थाने में अंधाधुंध फायरिंग करने के आरोपित एक सिपाही को सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बर्खास्त कर दिया। दायित्व के प्रति लापरवाह, स्वेच्छारी, अकर्मण्य और अनुशासनहीन मिले पीआरवी के सिपाही के खिलाफ बड़ी विभागीय कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने साफ कहा कि अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं होगी।आरक्षी ओमपाल सिंह मार्च 2020 के पहले सप्ताह में भोजपुर थाना क्षेत्र में डायल यूपी 112 के पीआरवी वाहन 0292 पर नियुक्त था। छह मार्च को नशे में धुत होकर वह भोजपुर थाना क्षेत्र के गनेशपुर मोड़ पर ड्यूटी करने पहुंचा। वह तय अवधि से ढाई घंटे देरी से पहुंचा था। सहकर्मियों ने जब आपत्ति की, तो वह भड़क गया। नशे में धुत सिपाही ने पीआरवी वाहन पर तैनात सहकर्मियों से अभद्र बर्ताव किया। फिर सरकारी पिस्टल से सिपाही ने सात राउण्ड अंधाधुंध फायर कर दिए। जैसे तैसे सिपाही पर काबू पाने के बाद वारदात की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। तत्कालीन एसएसपी के आदेश पर आरोपित सिपाही का मेडिकल कराया गया। रिपोर्ट से सिपाही के शराब के नशे में होने की पुष्टि हुई। एसएसपी ने सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए। जांच ठाकुरद्वारा सीओ को सौंपी गई। जांच में क्षेत्राधिकारी ने माना कि सिपाही ने कर्तव्यपालन में घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता, अर्कमण्यता व अनुशासनहीनता की है। ठोस प्रमाण व साक्ष्यों के आधार पर एसएसपी ने आरक्षी को उप्र अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की (दण्ड एवं अपील) नियमावली-1991 के नियम 14(1) के तहत बर्खास्त कर दिया।