बदायूं। कार्तिक मास के पावन अवसर पर प्रातः श्री रघुनाथ जी मंदिर (पंजाबी मंदिर) से प्रथम प्रभात फेरी का भव्य शुभारंभ हुआ। श्री सनातन धर्म सभा के तत्वावधान में प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी प्रभात फेरी का आयोजन अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ किया जा रहा है। प्रातः कालीन शीतल पवन, घंटे-घड़ियाल की ध्वनि और “राधे-राधे” के मधुर संकीर्तन ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। भक्तगण प्रभु नाम का जप करते हुए नगर भ्रमण पर निकले। मार्ग में अनेक स्थानों पर श्रद्धालुओं द्वारा प्रभात फेरी का हार्दिक स्वागत किया गया। फेरी जब हिचकी रेस्टोरेंट पहुँची तो वहाँ संजीव आहुजा एवं उनके परिवार द्वारा पुष्प वर्षा कर भक्तों का अत्यंत भावपूर्ण स्वागत किया गया। सभी भक्तगण कुछ समय वहाँ रुके और सामूहिक संकीर्तन किया। “राधा नाम” के मधुर कीर्तन से पूरा परिसर भक्ति रस से सराबोर हो उठा। महिला एवं पुरुष भक्तगण नृत्य करते हुए प्रेम, आनंद और उत्साह में लीन हो गए। सभा की ओर से संजीव आहुजा जी को उनकी सेवा भावना और सहयोग के प्रतीक स्वरूप प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के पश्चात सभी भक्तों ने प्रेमपूर्वक प्रसाद ग्रहण किया। प्रभात फेरी का समापन मंदिर की परिक्रमा और आरती के साथ हुआ। श्री सनातन धर्म सभा के मीडिया प्रभारी हेमंत कुमार दुआ ने बताया कि कार्तिक मास में प्रभात फेरी का विशेष महत्व है। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में अनुशासन, एकता और भक्ति भावना का प्रेरक संदेश देती है। हर सुबह प्रभु नाम का उच्चारण आत्मा को शुद्ध और मन को शांत करता है। इस अवसर पर श्री सनातन धर्म सभा, बदायूं के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे। सभा के अध्यक्ष ने सभी नगरवासियों से निवेदन किया कि वे परिवार सहित प्रभात फेरी में सम्मिलित होकर इस पुण्य पर्व के सहभागी बनें। पहले दिन की प्रभात फेरी ने नगर में आस्था और भक्ति का अनोखा वातावरण बना दिया — जहाँ हर गलियों में केवल “राधे-राधे” की मधुर ध्वनि गूंज रही थी।