हर महिला को पता होने चाहिए ब्रेस्ट कैंसर के संकेत और बचाव के उपाय
बरेली। ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, और पिछले कुछ दशकों में इसके मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी देखी गई है, खासकर कम उम्र की महिलाओं में। आधुनिक इलाज की उपलब्धता से अब कैंसर का डर पहले जैसा नहीं रहा, लेकिन इसकी शुरुआती पहचान बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि शुरुआती स्टेज में इसका इलाज आसान, कम जटिल और लगभग पूरी तरह सफल होता है। वहीं, देर से पहचान होने पर इलाज कठिन और महंगा हो जाता है। इसलिए महिलाओं को इसके शुरुआती लक्षणों और संकेतों की जानकारी होना आवश्यक है। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नोएडा के ऑनकोप्लास्टिक, रिकंस्ट्रक्टिव और कॉस्मेटिक ब्रेस्ट सर्जरी विभाग की सीनियर डायरेक्टर डॉ. (प्रो.) नवनीत कौर ने बताया कि “ब्रेस्ट कैंसर के कुछ आम चेतावनी संकेत हैं—स्तन या बगल में गांठ या मोटापन महसूस होना, स्तन के आकार या आकार में बदलाव, त्वचा पर सिकुड़न या गड्ढे बनना, लगातार लालिमा या सूजन, और निप्पल में बदलाव जैसे अंदर की ओर मुड़ना, दर्द या असामान्य डिस्चार्ज होना। हर महिला को अपने स्तनों की सामान्य बनावट और अनुभव से परिचित रहना चाहिए, जिसे वे नहाते समय, लोशन लगाते हुए या कपड़े बदलते समय महसूस कर सकती हैं। हर बदलाव कैंसर नहीं होता, लेकिन कुछ अलग महसूस हो तो तुरंत विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए। कुछ महिलाएं उच्च जोखिम वाले वर्ग में आती हैं, जैसे जिनके परिवार में ब्रेस्ट या गाइनेकोलॉजिकल कैंसर का इतिहास रहा हो, जिन्होंने बच्चे न पैदा किए हों, हार्मोनल थेरेपी या रेडिएशन लिया हो, या पूर्व में ब्रेस्ट सर्जरी कराई हो। ऐसी महिलाओं को नियमित रूप से मैमोग्राफी करवानी चाहिए। विशेषज्ञ की सलाह पर एमआरआई या जेनेटिक टेस्टिंग भी कराई जा सकती है।“ कैंसर के खतरे को कम करने के लिए जीवनशैली में कुछ आसान बदलाव अपनाए जा सकते हैं—रोज़ाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें, फलों-सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार लें, शराब का सेवन कम या न के बराबर करें, धूम्रपान से बचें, संभव हो तो बच्चे को स्तनपान कराएं, और हार्मोन थेरेपी का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर करें। ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता सिर्फ जानकारी रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सक्रिय कदम उठाना ज़रूरी है। अपने शरीर के संकेतों पर ध्यान दें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और नियमित जांच करवाना न भूलें। थोड़ी-सी जागरूकता और समय पर जांच आपकी ज़िंदगी के कई साल बचा सकती है।




















































































