उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और अन्य नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे अलीगढ़, बरेली, हाथरस, मथुरा, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और वाराणसी सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। शाहजहांपुर में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर बरेली मोड़ ओवरब्रिज के नीचे तेज बहाव के चलते वाहनों का आवागमन बाधित हो गया। अलीगढ़ के नरौरा क्षेत्र में ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिससे करीब 10 गांवों में पानी घुस गया। महाराजगढ़ और शेरगढ़ जैसे गांवों से 1200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला गया। लखीमपुर खीरी के नौव्वापुर घाट पर एक नाव पलटने से दो लोग लापता हैं, जिनकी तलाश एनडीआरएफ टीम कर रही है। वाराणसी में दशाश्वमेध घाट व अस्सी घाट सहित कई प्रमुख मार्ग जलमग्न हो चुके हैं। प्रशासन ने पीएसी फ्लड यूनिट लगाकर राहत कार्य जारी रखा है, वहीं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर हर संभव मदद के निर्देश दिए। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार रविवार को भी मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की संभावना है, साथ ही बादलों की आवाजाही के बीच छिटपुट बारिश की संभावना बनी हुई है। लोगों को गर्मी, उमस और लगातार बढ़ते जलस्तर से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और प्रशासनिक टीमें सतर्कता से राहत कार्य में जुटी हैं।