व्यापार मंडल ने बिजली अधिकारियों का घेराव कर सौंपा ज्ञापन

बरेली। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना देकर बिजली अधिकारियों का घेराव किया। साथ ही ज्ञापन देकर कहा कि यदि बिजली संबंधी यह मांगे 10 दिवस के अंदर पूरी नहीं हुई तो व्यापार मंडल गंभीर आंदोलन करेगा और आवश्यकता पड़ने पर बरेली का बाजार बंद कराएगा |
व्यापार मंडल के नेता राजेंद्र गुप्ता एवं राजेश जसोरिया ने दिए गए ज्ञापन में कहा कि इस समय नाथ नगरी बरेली में विद्युत की गंभीर समस्याएं चल रही हैं । किसी भी समस्या के निस्तारण के लिए विभाग के पास कोई कार्य योजना नहीं दिख रही है। जगह जगह बिजली ट्रांसफॉमर्स फुंक रहे हैं, बिजली तार टूट रहे हैं। दिन में कई बार पावर कट लिए जा रहे हैं। विभागमे कोई अधिकारी किसी की सुनने वाला नहीं है। बिजली की वर्टिकल की व्यवस्था बिल्कुल फेल हो गई है। किसी भी बिजली अधिकारी, कर्मचारी की जवाबदेही नहीं रह गई है । विद्युत विभाग में उपभोक्ता व्यापारी हो, उद्यमी हो या अन्य किसी भी वर्ग के विद्युत उपभोक्ता हो सभी परेशान है। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है। व्यापार मंडल साक्षी है कि इस प्रकार का माहौल कभी नहीं रहा है । कोई भी अधिकारी किसी भी स्तर पर फोन नहीं उठाता है । अतः व्यापार मंडल निम्नलिखित मांगों के साथ आंदोलन करने की घोषणा करता है। यदि यह मांगे 10 दिवस के अंदर पूरी नहीं हुई तो उद्योग व्यापार मंडल आंदोलन करेगा और आवश्यकता पड़ने पर बरेली का बाजार बंद कराएगा | ज्ञापन में वर्टिकल व्यवस्था का उद्देश्य क्या था तथा इससे उपभोक्ताओं को क्या लाभ प्राप्त हुआ। इससे उत्पन्न समस्याएं कैसे निस्तारित होंगी। ट्रांसफॉमर्स के हादसे क्यों हो रहे हैं तथा जहां भी ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं उनकी फेंसिंग क्यों नहीं हो रही है। लगातार ट्रांसफर क्यों फुक रहे हैं । जिले या महानगर कितने घंटे विद्युत आजकल बिजली आपूर्ति प्राप्त हो रही है। एक छोटी सी समस्या पर पूरे क्षेत्र का शटडाउन क्यों लिया जा रहा है तथा शटडाउन कौन देता है। इसकी क्या व्यवस्था है। बरेली स्मार्ट सिटी के नाम पर खंबे हटाने के लिए पैसा लिया गया परंतु अनेक स्थानों पर अभी भी खंबे लगे हैं जो फुटपाथों को अतिक्रमित किए हुए हैं। संविदा बिजली कर्मचारियों की मनमानी चल रही है। इस पर विभाग का कोई भी अंकुश क्यों नहीं लग पा रहा है। विद्युत विभाग की जो विभागीय विजिलेंस है उसका क्या कार्य है। वह जिन भी केसों को पकड़ते हैं। उनको सार्वजनिक क्यों नहीं करते हैं । उन पर स्पष्ट रूप से लेनदेन का आरोप लग रहा है पिछले 6 माह के उनके कार्यकलापों की समीक्षा की जाए। स्पष्ट आरोप है कि विद्युत विभाग द्वारा संगठित तरीके से उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है । इसी कारण भारी बिजली कटौती हो रही है। ट्रांसफार्मर फूंक रहे हैं, बिजली की चोरी और ट्रांसफार्मर की भी चोरी हो रही है। आखिर इस सब व्यवस्था पर अंकुश कौन लगाएगा, इससे व्यापार मंडल को अवगत कराया जाए । अनेक भू माफिया को राहत पहुंचाने के लिए नियमों की धज्जियां क्यों उड़ाई गई है । भारी धनराशि वसूल करके ट्रांसफार्मर सरकारी फुटपाथों पर लगा दिए गए हैं । रोड कटिंग का पैसा जमा नहीं कर करके अंडरग्राउंड लाइट के तार डाले गए हैं यह एक बड़ा घोटाला बरेली में किया जा रहा है। इसकी जांच करवायी जाये। उद्योग बंधु में औद्योगिक क्षेत्र के मुद्दे उठ रहे हैं। वहां भी ट्रिपिंग हो रही है। सही वोल्टेज नहीं आ रहे हैं। प्रशासन की मीटिंग से बिजली अधिकारियों को डांट कर बाहर निकाल दिया जा रहा है। ऐसा आखिर क्यों हो रहा है इसमें किसकी जवाब देही है स्पष्ट किया जाए। बिजली विभाग में अभी कई अधिशासी अभियंताओं को सरेआम रिश्वत लेते हुए देखा गया है। दीनदयाल पुरम में विद्युत आपूर्ति के संबंध में व्यवस्थाओं को देखने के लिए कार्यालय की स्थापना की गई थी। अब वहां से कार्यालय क्यों हटा करके रामपुर गार्डन में ले आया गया है। बरेली स्मार्ट सिटी के जिन इलाकों में अंडरग्राउंड तार पड़ चुके हैं वहां पर भी हल्की हवा चलती ही या हल्की बारिश आते ही बिजली काट दी जाती है आखिर अंडरग्राउंड केबलिंग का क्या लाभ हुआ। यह तो सिर्फ बहुत कुछ थोड़ी सी समस्याएं हैं । व्यापार मंडल को अनेक साक्ष्य जनित भ्रष्टाचार के कारनामे मिले है। इनको वह उजागर भी करना चाहता है लेकिन आपसे आग्रह है कि पहले आप अपने स्तर से इन सब चीजों को देखें और यदि ऐसा नहीं होता है तो फिर व्यापार मंडल साक्ष्यों के साथ प्रत्येक दिन एक भ्रष्टाचार को अखबारों में प्रकाशित कराएगा। इस प्रकार से 10 दिन तक 10 भ्रष्टाचार के बड़े आरोप व्यापार मंडल प्रकाशित कराएगा । उसके उपरांत फिर पूरी बरेली के नागरिकों को एकत्रित करके व्यापार मंडल बरेली बंद करने के साथ-साथ विभाग के खिलाफ आंदोलन करेगा । अतः आग्रह है कि इन सब व्यवस्थाओं को सही करते हुए बरेली के नागरिकों को, उद्यमियों को, व्यापारियों को सही नियमित बिजली दिलाएं । वर्टिकल व्यवस्था पर फिर से विचार करते हुए इसको सही करें और शटडाउन बंद करें । जो ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं उनको रोके, जो सूख चुके हैं उनमें भ्रष्टाचार हुआ उसकी जांच करें और यह सारी चीज करके व्यापार मंडल को अवगत कराया जाए। पहले साप्ताहिक या दो सप्ताह में व्यापार मंडल के साथ मीटिंग होती थी उस व्यवस्था को पुनः लागू करें । घेराव में प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता, महानगर महामंत्री राजेश जसोरिया, संजीव चांदना, दर्शन लाल भाटिया, रचित गुप्ता, दुर्गेश खटवानी, प्रकाश आयलानी, मनमोहन सब्बरवाल, गुलशन सभरवाल, त्रिलोकी नाथ गुप्ता, विपिन गुप्ता, मुकेश अग्रवाल मथुरा, प्रवीण गोयल, शिरीष गुप्ता, ईशान सक्सेना इशू, दिलीप गुप्ता, ईशान गुप्ता, रवि अरोड़ा, अनिल गुप्ता, लकी मोगा, श्याम मिठवानी, मथुरा प्रसाद, सौरभ श्रीवास्तव, सुनील शर्मा आदि सम्मिलित थे। निर्भय सक्सेना