बरेली। स्थित राजेंद्र नगर बांके बिहारी मंदिर में चल रही ,श्रीमद् भागवत कथा में, वृंदावन धाम से पधारे आचार्य श्याम बिहारी चतुर्वेदी ने, षष्ठ दिवस की कथा सुनाते हुए ,, भगवान ने रासलीला जो की वह कामदेव को परास्त करने के लिए की, कामदेव की मन में बड़ा अभिमान था, उसके अभिमान को नष्ट करने के लिए, भगवान ने कामदेव का आवाहन किया ,और शरद पूर्णिमा की रात्रि में विश्व सुंदरी स्त्रियों के साथ में, महारास किया ,कामदेव के पास में जो पांच बाण चलाये, लेकिन भगवान के ऊपर उसका कोई भी असर नही हुआ, और भगवान ने कामदेव को परास्त कर दिया,और कामदेव ने यही माना , जहां कृष्ण है, वहां मेरा हमारा कोई प्रभाव नहीं है, आचार्य श्री ने सभी भक्तों को उपदेश किया , कि जहां पर कृष्ण है वहां पर काम का असर नहीं होता है, इसलिए काम को त्याग करके कृष्ण को ही हृदय में बिठाना चाहिए,रास मे जीव परमात्मा मिलन है , कथा में ,कंस के अत्याचारों से पीड़ित होकर के जब अक्रूर जी महाराज कृष्ण बलराम को मथुरा लेकर के आते हैं ,तब कंस का वध करते हैं, रुक्मणी कृष्ण विवाह की कथा सुनाई,इस मौके पर कृष्ण और रुक्मणी का पूजन कथा यजमान विक्रांत पटेल, और उनकी धर्मपत्नी रश्मि पटेल ने किया, इस मौके पर अन्य श्रोता भावपूर्ण भजन गायक जगदीश भाटिया , दीपक भाटिया , विनोद खंडेलवाल, विनीता,आशा खंडेलवाल, विजय गुप्ता विजय बंसल, विकास खंडेलवाल, लकी, मंजू,गीता आदि।