आपातकाल पर उपजा की परिचर्चा- लोकतंत्र जीवन्त हो तभी जिन्दा रह सकता है राष्ट्र
बरेली। आपातकाल के 46 वर्ष पूरे होने पर उपजा के बैनर तले ‘लोकतंत्र खतरे में’ एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोकतंत्र सेनानियों और कोरोना योद्धाओं का सम्मान भी किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने आपातकाल को लोकतंत्र के लिए कलंक बताया। कहा कि किसी भी राष्ट्र को जिन्दा रखने के लिए लोकतंत्र को जीवन्त रखना बहुत आवश्यक होता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अगम मौर्य ने लोकतंत्र सेनानियों को नयी आजादी का योद्धा बताया। उन्होंने राज नारायण, लोकनायक जय प्रकाश नारायण को याद करते हुए लोकतंत्र को समृद्ध और सुरक्षित रखने का कार्य जागरूक नागरिक ही कर सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम सुल्तानी ने लोकतंत्र सेनानियों की मांगों को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष रखने की बात कही। नगर निगम में सपा के सभासद दल के नेता राजेश अग्रवाल ने आपातकाल के दौरान बरेली और रुहेलखण्ड के लोकतंत्र सेनानियों की भूमिका को विशेष बताया। उन्होंने बताया कि आज के लोकतंत्र सेनानी उस समय युवा और छात्र थे। कहा कि कोई भी क्रान्ति युवाओं के द्वारा ही होती है।
लोकतंत्र सेनानी संगठन के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र अटल ने आपातकाल के योद्धाओं को लोकतंत्र सेनानी नाम देने के लिए समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आभार जताया। साथ ही पेन्शन को 3000 रुपये से बढ़ाकर 15000 प्रतिमाह करने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दिया।
इसके अलावा दर्जा राज्यमंत्री डॉ. राजेन्द्र सिंह पुण्ढीर और कम्युनिष्ट पार्टी के जिला सचिव राजीव शान्त ने भी विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
उपजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ. पवन सक्सेना ने कहा कि आपातकाल में यदि लोकतंत्र सेनानियों ने हिम्मत नहीं दिखायी होती तो आज हमें बोलने की आजादी ही नहीं होती। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों की तरह ही लोकतंत्र सेनानियों को भी पूजनीय बताया।
इन लोकतंत्र सेनानियों का हुआ सम्मान
वीरेन्द्र कुमार अटल, शिशुपाल सिंह, सुमन्त माहेश्वरी, राजेन्द्र पाल सिंह, हरि कृष्ण राठौर, खान असगर खालदी, सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, सतीश चन्द्र शर्मा, ओम प्रकाश आर्य, मुरारी लाल अग्रवाल, रमेश चन्द्र गुप्ता, सन्तोष कुमार रस्तोगी, वेद प्रकाश वर्मा, सन्तोष कुमार गंगवार, राजवीर सिंह, मुरमेल सिंह, सुरेश चन्द्र पाण्डेय, राजेन्द्र बहादुर चौधरी, विशन कुमार, श्रीमती परवीन कुरैशी, ऊषा आनन्द, उषा उपाध्याय, शोभा शर्मा, राकेश देवी, रामवर्ती पाण्डेय, कुसुम लता, श्रीमती ललिता आनन्द, विनोद कुमार गुप्ता, डॉ. ओपी गुप्ता, सुरेश बाबू मिश्रा, अरुण कुमार, डॉ. वीरेन्द्र कुमार, राजेन्द्र सिंह पुण्ढीर और सुन्दर लाल गुप्ता।
ये कोरोना योद्धा हुए सम्मानित
नीता मूना, विशेष कुमार, सचिन कुमार सिंह, अमित भारद्वाज, डॉ. अमित सक्सेना, रफीक खान, डॉ. विकास वर्मा, सरदार हरमीत सिंह आदि।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेश शर्मा ने किया। आयोजन में विशेष सहयोग महामंत्री धर्मेन्द्र सिंह बंटी, सचिव आशीष जौहरी, कोषाध्यक्ष पुत्तन सक्सेना और संजय अरोरा का रहा। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार निर्भय सक्सेना, विशाल गुप्ता, कृष्ण गोपाल राज, कुमार विनय, गोपाल, अशोक शर्मा, सुनीत मूना, जितेन्द्र रस्तोगी, मनीष अग्रवाल और उपजा प्रेस क्लब के अनेक पदाधिकारी एवं सदस्य समेत तमाम गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।