फ़ाइलेरियारोधी दवा सेवन से इंकार करने वालों को समझा बुझाकर कराया दवा का सेवन
बरेली । मुख्य चिकित्साधिकारी ने बृहस्पतिवार को क्यारा विकासखंड के ग्राम बुखारा का भ्रमण कर सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान सहित अन्य स्वस्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की । इस दौरान आठ परिवारों के लगभग 30 लोग फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने से इन्कार कर रहे थे जिन्हें मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने समझा बुझाकर और अन्य लोगों को उनके सामने दवा का सेवन करवाकर दवा सेवन के लिए तैयार किया । मुख्य चिकत्सा अधिकारी ने कहा कि आईडीए आप सबकी भलाई के लिए चलाया जा रहा है क्योंकि फ़ाइलेरिया मच्छर जनित लाइलाज बीमारी है | जो ठीक नहीं होती है और व्यक्ति आजीवन दिव्यांग हो जाता है । इसके लक्षण काफी लम्बे समय के बाद दिखायी देते हैं तब तक वह अन्य स्वस्थ व्यक्तियों को संक्रमित करता रहता है। इस बीमारी से बचने का उपाय है आईडीए अभियान के तहत लगातार तीन साल तक साल में एक बार फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करना और मच्छरों से बचना। फ़ाइलेरियारोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित हैं । राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल डॉ. प्रशांत रंजन ने लोगों से फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने की अपील की और कहा कि दवा सेवन के बाद चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी होना या अन्य कोई दिक्कत होती है तो घबरायें नहीं यह प्रतिकूल प्रभाव अपने आप ठीक हो जाते हैं और यह इस बात का शुभ संकेत देते हैं कि शरीर में फ़ाइलेरिया के परजीवी थे और उनके मरने के परिणामस्वरूप यह प्रतिक्रिया हुयी है । इसके साथ ही मुख्या चिकित्सा अधिकारी ने सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि लाभार्थियों को अपने सामने ही फ़ाइलेरियारोधी दवा खिलाना सुनिश्चित करें, बाद में खाने के लिए न दें ।
इस निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की भी समीक्षा की और स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। जो भी बातें आज बतायी गयी हैं वह लोगों के लिए उपयोगी साबित होंगी । इस अवसर पर सीएचसी अधीक्षक डॉ. सौरभ सिंह, चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय सरन, जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र सिंह, समस्त मलेरिया इंस्पेक्टर, एएनएम, आशा सहित अन्य टीम के सदस्य मौजूद रहे।




















































































