दिल्ली। नगर निगम में चुनाव के मसले पर दिल्ली विधानसभा में हंगामा हुआ है। वहीं आज विधानसभा सत्र का दूसरा और अंतिम दिन है। विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी के साथ दिल्ली की सड़कों का दौरा करने निकला था। जेल जाने से पहले सड़कों की हालत अच्छी थी। उसके बाद सड़कों की हालत खराब हो गई है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आतिशी को मैं चिट्ठी लिखूंगा। सड़कों की जांच की। दिल्ली की सड़के खराब है। मुझे गिरफ्तार करने के पीछे दिल्ली को ठप करना था। पार्टी को बदनाम करना था। इनकी पार्टी के बड़े नेता ने मुझे बताया कि काम को ठप किया गया। हमें दिल्ली के सभी रूके हुए कामों को पूरा कराना है। केजरीवाल ने सदन में आतिशी को चिट्ठी दी।दिल्ली विधानसभा में संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि लगभग डेढ़ साल बाद आम आदमी पार्टी में शुखियों के दिन आए हैं। विधानसभा में हमारे राम और लक्ष्मण यानी अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया मौजूद हैं। लेकिन इससे ज्यादा दुख की बात ये है कि भाजपा के षड्यंत्र की वजह से अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं है। विधानसभा में संबोधन के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूरी दुनिया में जो केस आतंकवादियों और ड्रग माफियाओं पर लगाये जाते हैं, इन्होंने वो केस अरविंद केजरीवाल और मुझ पर लगाए हैं। क्या अरविंद केजरीवाल और मैं आतंकवादियों और ड्रग माफिया की फंडिंग करते हैं। जब मैंने पहला बजट पेश किया तो उस समय दिल्ली का बजट 30,000 करोड़ था जो आज 75,000 करोड़ से ज़्यादा है। अगर हमें बेईमानी करनी होती तो यहां ना कर लेते। लेकिन हमें बेईमानी नहीं करनी थी, इसलिए कुछ सालों में ही ईमानदारी से टैक्स कलेक्शन कर 30,000 करोड़ के बजट को 75,000 करोड़ तक पहुंचाया। आप के विधायकों ने कहा निगम में लोकतंत्र की हत्या हुई। एलजी ने पीछे के रास्ते से चुनाव करवाने की कोशिश की। जबकि चुनाव करवाने की जिम्मेदारी मेयर की होती है। भाजपा विधायक अभय वर्मा ने कहा कि निगम चुनाव में आप ने लोकतंत्र की हत्या की। चुनाव की तारीख पहले ही घोषित हो गई है। फिर चुनाव को होने क्यों नहीं होने दे रही है। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने गलत तरीके से दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की। लगता है उप राज्यपाल ने चंडीगढ़ में हुई घटना से सीख नहीं ली। इस घटना से बहुत दुखद हूं।