बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत अभ्यर्थियों के चयन संबंधी प्रक्रिया को निष्पादित करने हेतु कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए परंपरागत कारीगरों को निशुल्क प्रशिक्षण, टूलकिट वितरण व कम ब्याज पर ऋण के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अंतर्गत पात्र आवेदकों को योजना का लाभ देने के लिए कहा। मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजनान्तर्गत परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता देना और उन्हें योजना के तहत सभी लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र बनाना है। उनके कौशल को निखारने के लिए कौशल उन्नयन प्रदान करना और उनके लिए प्रासंगिक और उपयुक्त प्रशिक्षण अवसर उपलब्ध कराना तथा उनकी क्षमता, उत्पादकता और उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बेहतर और आधुनिक उपकरणों के लिए सहायता प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि विश्वकर्मा योजना अंतर्गत परंपरागत कार्य करने वाले पात्र कारीगरों को शतप्रतिशत योजनाओं का लाभ दिलाए जाने का कार्य किया जा रहा है। विश्वकर्मा योजना अंतर्गत 18 ट्रेडों में परंपरागत कार्य करने वाले लोगों आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि योजनांतर्गत जनपद में अभी तक ग्रामीण क्षेत्र से 23970 व शहरी क्षेत्र से 12891 कुल 36891 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। अभी तक 2300 आवेदकों को अंतिम रूप से चयनित किया जा चुका है। जिन्हें जल्द योजना का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग अशोक कुमार उपाध्याय सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।