फर्जी डी फार्मा डिग्री प्रकरण में शेर अली जाफरी और उनके बेटे को पुलिस ने किया गिरफ्तार भेजा जेल
बरेली। खुसरो डिग्री कॉलेज के चेयरमैन तथा पूर्व में खुसरो मेल अखबार के मालिक तथा खुसरो सेना राजनीतिक पार्टी के मुखिया तथा खुसरो सेना का भाजपा में विलय करने वाले शेर अली जाफरी पुत्र मेंहदी अली और उसके बेटे फिरोज अली जाफरी निवासी शास्त्री नगर खान मार्केट थाना इज्जत नगर को आज पुलिस ने फर्जी डिग्री प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया। पिछले काफी समय से यह मामला तूल पकड़े हुए था। इस मामले में एसआईटी गठित की गई थी एसआईटी ने अपनी जांच में शेर अली जाफरी उनके बेटे फिरोज अली जाफरी तथा विजय शर्मा को दोषी माना, फिलहाल विजय शर्मा फरार है पुलिस विजय शर्मा को तलाश कर रही है। घटना का खुलासा करते हुए एसपी दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया शेर अली जाफरी का सीबीगंज थाना क्षेत्र के सनैया रानी में खुसरो डिग्री कॉलेज है, जिसमें वर्ष 2021 में छात्रों ने डी फार्मा के लिए प्रवेश लिया था। बताया कि कॉलेज में कोई भी फैकल्टी नहीं है और ना ही डी फार्मा का कोई क्लास लगता है। जब बच्चों द्वारा यह पूछा जाता था कि हम पढ़ने कब आएं तो उन्हें टाल दिया जाता था ,जब परीक्षा के बारे में छात्रों द्वारा पूंछा जाता था तो बताया जाता था कि आपको परीक्षा देने की जरूरत नहीं है हम ऐसे ही तुम्हें पास कर देंगे। कॉलेज में बच्चों ने वर्ष 2021 में प्रवेश लिया था मगर उनको मार्कशीट 2019 की दी गई। गिरफ्तार में शेर अली जाफरी ने बताया कि वह और उनका बेटा फिरोज अली जाफरी तथा विजय शर्मा मिलकर कॉलेज के अंदर ही छात्रों की उड़ीसा स्टेट, हिमाचल प्रदेश, मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की उत्तराखण्ड तथा छत्रपति शिवाजी साहू महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के नाम से फर्जी डी फार्मा की डिग्री बनाते थे और छात्रों को देकर उनसे रकम ऐंठ लेते थे। इस मामले में सभी छात्रों का शक उस वक्त गहराया जब एक छात्र डी फार्मा की डिग्री लेकर नौकरी के लिए गया, जब उसकी डिग्री को चेक किया गया तो पता चला कि डिग्री फर्जी है। इसके बाद अन्य छात्रों ने भी अपनी डिग्रियों को चेक कराया तो वह फर्जी निकली। इस मामले में शेर अली जाफरी उनके बेटे फिरोज अली जाफरी और विजय शर्मा पर थाना सीबीगंज में तीन मुकदमे गंभीर धारा में पंजीकृत हुए। मामले में छात्र लगातार थाने के बाहर प्रदर्शन करने लगे और अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाने लगे। इसके बाद एसआईटी टीम का गठन हुआ और एसआईटी ने जांच में पाया गया कि शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली जाफरी तथा विजय शर्मा ने मिलकर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए का धन अर्जित किया है। इसके बाद एसआईटी टीम , एसओजी टीम तथा क्राइम ब्रांच ने शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली जाफरी को गिरफ्तार कर लिया । एसआईटी टीम को मौके से कुछ अहम दस्तावेज भी मिले हैं, जिसमें बच्चों की फीस लेने का विवरण तथा विजय शर्मा को दिए गए रुपयों का लेखा-जोखा मौजूद है। फिलहाल पुलिस ने शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली जाफरी को जेल भेज दिया है तथा विजय शर्मा की तलाश में जुटी हुई है।