कैपिटल पब्लिक स्कूल में गणपति जन्मदिन औऱ शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया
बदायूँ। आज कैपिटल पब्लिक स्कूल में बुद्धि और समृद्धि के दाता गाता पार्वती और शिव के पुत्र श्री गणेश का जन्मदिन गणपति महोत्सव के रूप में तथा शिक्षक दिवस एक ही दिन बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कक्षा NC से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों ने गणेश पूजन और संकट और मुशकिलों को हरने वाले श्री गणेश जी को याद किया गणेश वंदना, भक्ति गीत नृत्य आवि की प्रस्तुति दी। बाद में छात्र और छात्राओं ने गणेश जी की पेटिंग और मिट्टी से छोटी छोटी प्रतिमा बनाई और उन्हें विभिन्न रंगों और सजावटी सामान से पूर्ण किया। बच्चों द्वारा बनाई गई पेटिंग और प्रतिमाओं को देखकर उनकी सृजनशीलता का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है अंत में प्रधानाचार्या मीनू सिंह ने बताया कि किसी भी शुभ कार्य को प्रारम्भ करने से पहले भगवान श्री गणेश को याद किया जाता है अंत में सभी ने ” गणपति बप्पा मोरया” के जयकारे लगाए। गणेश महोत्सव के आयोजन के उपरान्त शिक्षक दिवस का कार्यकम आयोजित किया गया ।
इसमें कक्षा NC से कक्षा 5 तक के बच्चों ने अध्यापक-अध्यापिकाओं की भूमिका गरिमापूर्ण अभिनय किया। बच्चों को शिक्षक दिवस किसी त्यौहार से कम नहीं होता है उन्होंने नृत्य संगीत, नाटक, मिमिकी, भाषण आदि में अपनी कला का प्रदर्शन किया। कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के विधार्थियों ने सभी अध्यापक अध्यापिकाओं के लिए सुन्दर कार्ड बुके, फोटोफेम, पेन स्टैण्ड आदि बनाए । कार्यकम के अन्त में प्रधानाचार्या मीनू सिंह ने शिक्षक दिवस के इतिहास के बारे में बताया कि 1962 में जब डा० राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति बने तो उनके कुछ पूर्व छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने हेतु उनसे संपर्क किया तो उन्होनें कहा कि 5 सितम्बर को मेरा जन्मदिन मनाने के स्थान पर यह दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरा सौभाग्य होगा। और तब से भारत में हर बर्ष 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है ।शिक्षक हमारे जीवन में एक खास महत्व रखते हैं ये हमारे जीवन जीने के तरीके संघर्षो से लडने के गुण सिखाते हैं। शिक्षक ही हमें एक कुशल व्यक्ति के रूप में तैयार करते ताकि हम जिंदगी की अनेक समस्याओं से लड़कर एक शिक्षित विकसित और बेहतर इंसान बन सकें। विघार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके। इसीलिए हमारी संस्कृति में गुरू क स्थान भगवान से ऊपर माना गया है क्योंकि गुरु ही भगवान तक पहुँचने का मार्ग दिलात है। अंत में प्रधानाचार्या मीनू सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर प कोऑर्डिनेटर निमिषा गुप्ता, ममता सक्सेना, रश्मि जुनेजा अमित जौहरी, पूनम याद प्रियंका भटनागर, शीतेश गुप्ता, रूपा सक्सेना, दिव्या सिंह, रजनी आर्या, दीक्षा कश्यप कौशल कुमार आदि का योगदान सराहनीय रहा।