मथुरा की शाही ईदगाह को बम से उड़ाने की धमकी, कार में बैठ खुद पर डाला पेट्रोल; सुरक्षा जवानों ने दबोचा
मथुरा। की शाही ईदगाह मस्जिद के पास कार सवार एक युवक ने रविवार दोपहर को सनसनी मचा दी। कार में खुद को बंद कर पहले युवक ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया। पुलिस ने उसे शीशा तोड़कर बाहर निकाला को वह कहने लगा कि वह शाही ईदगाह मस्जिद को उड़ाने आया है। खुफिया एजेंसियों से लेकर जिला पुलिस तक के हाथ पांव फूल गए। पुलिस की गहन पड़ताल में जानकारी हुई कि युवक के चार बेटे खत्म हो चुके हैं। इसके चलते वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है। उसके परिजन भी आ गए। देर शाम तक पुलिस ने उसे हिरासत में रखा।एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि युवक की पहचान पुष्पेंद्र चौधरी निवासी मीरा विहार कालोनी, जमुनापार के तौर पर हुई है। उसने लोन में कार ले रखी है, जिसे टैक्सी के रूप में चलाता है। उसकी पत्नी प्रवेश की तीन माह पहले डिलीवरी हुई थी, जिसमें उसका मरा हुआ बेटा पैदा हुआ था। इससे पूर्व उसके तीन और बेटे खत्म हो चुके हैं।युवक की पत्नी की भी तबीयत खराब है। परिवार में दो बेटियां हैं। वह तीन माह से घर से बाहर था। रविवार दोपहर 12 बजे करीब वह शाही ईदगाह मस्जिद के पास मिलन तिराहा पर कार में बैठा था। तभी उसे ट्रैफिक पुलिस ने टोका और कार से रोड से हटाने को कहा। इसी दौरान युवक ने खुद को कार में बंद कर लिया और अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल लिया। यह देख पुष्पेंद्र को शीशा तोड़कर बाहर निकाला। उसे डीग गेट चौकी पर ले गए। वहां कहने लगा कि वह शाही ईदगाह मस्जिद को उड़ाने आया है। युवक की पहचान के बाद उसके परिजनों से संपर्क किया। उसकी बहन राजेश और भाई विनोद चौधरी आए। उन्होंने उसके चार बेटों की मृत्यु के कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की जानकारी दी। एसपी सिटी के अनुसार युवक से देर शाम तक पूछताछ जारी है। कई सुरक्षा एजेंसियों के कर्मी भी उससे पूछताछ में लगे हैं। फिलहाल उसका संबंध किसी चरमपंथी गुट या अन्य किसी देश विरोधी संस्था से सामने नहीं आया है। युवक से पूछताछ में पता लगा कि वह किसी फूड इंस्पेक्टर द्वारा की गई टैक्सी बुकिंग पर वहां पहुंचा था। पूछताछ पूरी होने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।शाही ईदगाह के गेट पर सुरक्षा जवान मुस्तैदी के साथ खड़े थे। वह भी घटनाक्रम को देख अलर्ट हो गए। इधर, पुलिस उसे कार से निकालकर हिरासत में लेते हुए डीग गेट चौकी तक पहुंची। राहगीरों की भीड़ इस वाकये के संबंध में जानकारी को जुट गई। पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां किसी भी प्रकार की कोताही के मूड में इस प्रकरण के बाद नहीं दिखी। लखनऊ से लेकर दिल्ली में बैठे आलाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट दी गई। साथ ही जन्मभूमि और शाही ईदगाह की सुरक्षा और बढ़ाया गया। हर आने-जाने वाले पर निगाह रखी जाने लगी। बिना तलाशी के किसी को भी जन्मभूमि और शाही ईदगाह के मार्ग पर प्रवेश नहीं दिया गया।