बरेली। आवारा गौवंशीय पशुओं को पड़कर उनको काटकर मांस बेचने वाले गैंग के दो पशु तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि उनके चार साथी अभी भी फरार है गिरफ्तार किए गए पशु तस्करों के पास से अवैध औजार व अन्य सामान बनाना हुआ उन्हें पुलिस ने जेल भेजा क्योंलडिया थाना क्षेत्र के गांव धीमरी तिराहा पर आज पुलिस ने क्योंलड़िया के गांव जोहरापुरा जादोपुर निवासी अनूप पुत्र सतपाल और भऊआ बाजार निवासी मुन्ना पुत्र निजामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया तलाशी के दौरान उनके पास से गौवंशीय पशुओं को काटने के काम आने वाला गड़ासा एक प्लास्टिक का कट्टा और एक छुरा व मोबाइल फोन बरामद हुआ पूछताछ के दौरान अनूप ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके गांव में मुन्ना भैंसों की खरीदारी करने के लिए आया था जहां उससे उसकी मुलाकात हो गई वह कई बार अपने साथी मुस्तकीम और नपीईम के साथ भी आया इस दौरान मुन्ना ने उससे कहा कि वह उन्हें आसपास के गांव से आवारा पशुओं को पकड़ कर दे दे जिनको काटकर मांस बेचने के बाद मिली रकम से वह उसे भी रुपए देंगे तब अनूप ने उनकी बात मानते हुए उन्हें आवारा पशुओं को पकड़ कर देने का काम शुरू कर दिया और 21 फरवरी की रात को उसने फोन से मुस्तकीम को अपने पास बुलाया और धीमरी के जंगल में गन्ने के खेत में पड़कर बांधे गए तीन गौवंशीय आवारा पशुओं को उसके हवाले कर दिया तब मुस्तकीम में उसे ₹1000 दिए और पशुओं को एक कार में डालकर ले गया इसके बाद से पुलिस ने तस्करों को गिरफ्तार करने की कोशिश शुरू कर दिया और आज अनूप व मुन्ना को गिरफ्तार करते हुए उनके फरार साथियों की तलाश शुरू कर दी।