बरेली। यूपीएसओ-II के कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख हेमंत राठौड़ ने बरेली इंडेन डिवीजनल कार्यालय का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ यूपीएसओ-II के मुख्य महाप्रबंधक (एलपीजी) आर. राजेन्द्रन भी मौजूद थे। उन्होंने खासतौर पर कम आय वाले और वंचित ग्राहकों के घरों में सुरक्षित एलपीजी उपयोग की महत्ता पर जोर दिया। दौरे का मुख्य उद्देश्य वितरकों और डिलीवरी कर्मियों के साथ संवाद करना था, जो संकट के समय में भी ग्राहकों को सुरक्षित और बिना बाधा के एलपीजी आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संवाद के दौरान, यूपीएसओ-II के कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख ने डिलीवरी कर्मियों और वितरकों की समर्पण और सहनशीलता की सराहना की। उन्होंने ग्राहकों के घरों में बुनियादी सुरक्षा जांच (बीएससी) को पूरी निष्ठा से करने के लिए शीर्ष प्रबंधन द्वारा शुरू किए गए अभियान की भी चर्चा की। इन सुरक्षा उपायों पर जोर देकर, उन्होंने सभी हितधारकों में सुरक्षा जागरूकता की संस्कृति को स्थापित करने का प्रयास किया। इसके तहत, ग्राहक के सुरक्षा होस को 190 रुपये की बजाय 150 रुपये में बदला जाएगा। राठौड़ ने यह भी जोर दिया कि सुरक्षा को वितरकों की संस्कृति और प्राथमिकता बनानी चाहिए। यह भी कहा गया कि किसी भी सुरक्षा चूक की पहचान होने पर तुरंत उसे ठीक किया जाना चाहिए, और ग्राहकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए ऑन-द-स्पॉट सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, सभी ग्राहकों के लिए सुरक्षा होस को हर 5 साल में अनिवार्य रूप से बदलने पर भी जोर दिया गया। उदाहरणीय प्रदर्शन के लिए, 5 मार्च 2024 को अभियान शुरू होने के बाद से सबसे अधिक बुनियादी सुरक्षा जांच करने वाले शीर्ष तीन वितरकों और उनके डिलीवरी कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस मान्यता ने न केवल उनके प्रयासों की सराहना की, बल्कि अन्य लोगों को अपनी दैनिक गतिविधियों में सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित भी किया।