उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष बदायूँ पहुँचे, हुआ जोरदार स्वागत
बदायूँ। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष सदस्य व मुख्य स्थाई अधिवक्ता हाईकोर्ट लखनऊ प्रथम प्रशांत सिंह अटल ने गुरुवार को जिला बार एसोसिएशन पहुंच कर अधिवक्ताओं से मुलाकात कर प्रदेश बर काउंसिल की ओर से जारी योजनाओं की जानकारी दी । उन्होंने बार एसोसिएशन के पुस्तकालय को पुस्तक के भेंट । एसोसिएशन के पदाधिकारीयों व सदस्यों ने प्रशांत सिंह अटल का जोरदार स्वागत किया ।

अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल ने कहां कि देश की आजादी से लेकर अब तक अधिवक्ता समाज का अमूल योगदान रहा है अधिवक्ता हमेशा राष्ट्र उत्थान के लिए अग्रसर भूमिका में रहा है देश को परम बैभब के शिखर पर ले जाने में अधिवक्ता के कंधे पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रही हैं। उन्होंने जिला बार एसोसिएशन को अपनी ओर से पुस्तकके भी भेंट की साथ ही उत्तर प्रदेश बार काउंसिल से जारी योजनाओं के बारे में भी अधिवक्ताओं को महत्वपूर्ण जानकारी दी।

जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संदीप कुमार मिश्रा ने प्रशांत सिंह अटल का स्वागत कर कुछ समस्याओं से अवगत कराया जिनको निस्तारण करने का आश्वासन दिया जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र पाल सिंह ने पुस्तकालय को पुस्तक देने के लिए आभार व्यक्त किया है। इस मौके पर अध्यक्ष व महासचिव संदीप कुमार मिश्रा ने बदायूं आगमन पर उनका फूल माला पहनकर भव्य स्वागत किया इस पर पूर्व अध्यक्ष योगेश्वर प्रताप सिंह तोमर, पूर्व अध्यक्ष राजेश सिसोदिया, रोहिताश सक्सेना, होते लाल मौर्य, जगदीश शरण वर्मा,पूर्व महासचिव अरविंद शर्मा ,विवेक शर्मा, सुधीर कश्यप, संजय शर्मा ,दिनेश सिंह, हिमांशु राठौर , जितेंद्र यादव, भावना शर्मा, अजय सिसोदिया ,अंकित सक्सेना, बादाम सिंह, देशपाल, पंकज कुमार सिंह, ,नरेश पाल, अक्षय प्रताप सिंह, संजीव सक्सेना, सौरभ गुप्ता, समेत काफी संख्या में अधिवक्ताओं ने प्रशांत सिंह अटल का स्वागत किया।
इनसेट
सरल भाषा में लिखी राजस्व संहिता की पुस्तकें बांटी गुरुवार को जिला बार एसोसिएशन पहुंचे मुख्य स्थाई अधिवक्ता हाई कोर्ट लखनऊ प्रथम ब सह अध्यक्ष बार काउंसिल उत्तर प्रदेश प्रशांत सिंह अटल ने स्व लिखित पुस्तक उत्तरप्रदेश राजस्व संहिता का वितरण जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं को किया पुस्तक वितरण के दौरान प्रशांत सिंह अटल ने कहा कि राजस्व संहिता मैं उल्लेखित विधि व्यवस्था बहुत ही सरल भाषा में उल्लेखित की है अधिवक्ताओं को इस पुस्तक से पढ़ने में काफी सहयोग मिलेगा




















































































