अवैध अस्पताल में दुष्कर्म पीड़ित छात्रा का गर्भपात के समय काट दिया गर्भाशय

बरेली। सात महीने की गर्भवती छात्रा का फरीदपुर के एक अवैध अस्पताल में गर्भपात करते समय गर्भाशय भी काट दिया गया। नाजुक हालत में छात्रा को अब दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्नातक में पढ़ने वाली 18 वर्षीय छात्रा गांव के ही एक युवक के संपर्क में थी। उसके पिता ने युवक के खिलाफ नशा देकर दुष्कर्म करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अवैध रूप से गर्भपात कर छात्रा की जान से खिलवाड़ करने वाले अस्पताल के खिलाफ फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। फतेहगंज पूर्वी के एक गांव में रहने वाली पीड़ित लड़की स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा है। बताया जा रहा है कि गांव के ही एक युवक से उसके प्रेम संबंध थे। उसका गर्भपात कराने के लिए उसे 21 जून को फरीदपुर के नगरिया रोड पर बीके अस्पताल ले जाया गया था। सात महीने का गर्भ हो जाने के कारण गर्भपात से जान का खतरा होने के बावजूद उसे यहां भर्ती कर लिया गया। इसी दिन किसी अप्रशिक्षित नर्स ने उसका गर्भपात किया और इस दौरान कैंची से उसका गर्भाशय भी काट दिया। हालत गंभीर हो जाने के बाद उसके परिवार के लोगों को सूचना दी गई। परिवार वालों ने 22 जून को लड़की को अवैध अस्पताल से लाकर हरुनगला के एसआर अस्पताल में भर्ती कराया। यहां 23 जून को उसका ऑपरेशन किया गया लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक अब भी उसकी हालत नाजुक है। लड़की के पिता ने गांव के ही विशाल गंगवार पर बेटी को कोल्ड ड्रिंक में नशा पिलाकर दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पिता के मुताबिक उसकी बेटी 21 जून को कॉलेज गई थी। लौटते वक्त कॉलेज के पास मिले गांव के ही विशाल गंगवार ने गांव चलने की बात कहते हुए उसे मोटर साइकिल पर बैठा लिया। रास्ते में पेट्रोल पंप के पास कोल्ड ड्रिंक खरीदकर उसमें कोई नशीली चीज मिलाकर उसे पिला दिया। उसके बेहोश हो जाने के बाद दुष्कर्म किया। अत्यधिक रक्तस्राव होने पर उसे किसी ने फरीदपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। ड्राइवर विशाल गाड़ी लेकर कहीं गया हुआ है जिसकी लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए निकल गई है। छानबीन में पता चला है कि आरोपी विशाल गंगवार ड्राइवर है। उसी ने लड़की का गर्भपात कराने के लिए जनसेवा केंद्र के खाते में सात हजार रुपये ट्रांसफर किए थे। जिस अवैध अस्पताल में उसे ले जाया गया, उसमें फरीदपुर का मोहम्मद इरफान, नजाकत अली और भगवंतापुर का सोनू अंसारी पार्टनर हैं। उनकी जान-पहचान पीड़िता की एक सहेली के कपड़े की दुकान चलाने वाले प्रेमी से थी। इसी कारण उसे इस अस्पताल में लाया गया। इससे पहले फरीदपुर के एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर कराई गई जांच में लड़की के सात महीने की गर्भवती होने की पुष्टि हुई थी। मुकेश चंद्र मिश्रा एसपी देहात उत्तरी ने बताया पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की अलग-अलग बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। डॉ. विश्राम सिंह सी एम ओ ने बताया फरीदपुर में बीके अस्पताल नाम से किसी अस्पताल का स्वास्थ्य विभाग का रजिस्ट्रेशन नहीं है। इस मामले में अभी कोई शिकायत भी नहीं मिली है। फिर भी जांच कराकर अस्पताल के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।