बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शाहाबूद्दीन रजवी ने आने वाले दिनों में बकराईद और गंगा दशहरा त्योहारो को परम्परागत अंदाज में भाईचारा और अम्न व शांति के माहौल में मनाने की अपील की है। मौलाना ने कहा कि कुर्बानी हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की यादगार है और सब्र व बर्दाश्त की शिक्षा देती है। उन्होंने कहा की जिस तरह से सभी त्योहार आपसी प्यार व मोहब्ब्त और भाईचारे से मनाते चलें आए हैं इस बार भी उसी की मिसाल पेश की जाएगी। तमाम बुराईयों को दूर करने और सरकार की गाइडलाइंस पर अमल करने की जरूरत है। हमारे जनपद में हमेशा अम्न व अमान रहता है और तमाम लोग पुलिस व प्रशासन के साथ भरपूर सहयोग करते हैं। बकराईद के तीन दिनों में बिजली, पानी , सफाई की सख्त जरूरत होती है, इसलिए नगरनिगम का सहयोग भी जरूर है कि वो वक्त रहते कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी अंजाम दे, और खुद कुर्बानी करने वालों के लिए भी ये आवाश्यक है कि सफाई सुथराई का ध्यान दें, इसलिए कि इस्लाम में सफाई की बहुत एहमियत बयान की गई है। मौलाना ने कहा कि कुर्बानी करते वक्त जानवर को क़िब्ला की तरफ यानी पच्छिम सिंत लेटाएं, दुआ पढ़ने के बाद अल्लाह का नाम लेकर जबाह करें। और इस बात का खास ध्यान दें कि जानवर का खून और उसका अवशेष घर के आंगन में जमीन में गढ्ढा करके दफन कर दें, जानवर का कुछ भी हिस्सा बाहर गली में रोड पर नाली में न फेंकें चुकी ये नाजायज है। मौलाना ने मुसलमानो को समझाते हुए कहा कुर्बानी के जानवर की खूब सेवा करें, और कुर्बानी करते वक्त उसको खुली जगह पर न रखें, अगर परम्परागत तरीके से गली में कुर्बानी होती आई है तो उसको शामियाना लगाकर ढक दें ताकि दूसरे लोगों की नजरें न पढ़ें, हर एक शख्स की भावनाओं का ख्याल रखें। और इस बात का भरपूर ध्यान रखें की कोई भी नौजवान बच्चा या बच्ची कुर्बानी के जानवर की फोटो या वीडियो न बनाएं, और अगर अपने जाती मकसद के लिए बनाते हैं तो किसी दूसरे को शेयर न करें। मौलाना ने हिन्दू और मुस्लिम सभी लोगों से कहा की सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें, अगर वाकई आपत्तिजनक बात है तो सबसे पहले अपने क्षेत्री अधिकारी व हल्का इंचार्ज को बताएं ताकि उसका सही हल निकल सकें।