बरेली । थाना प्रेमनगर में तैनात दरोगा लाखों रुपये की धोखाधड़ी के मुकदमे में नाम निकालने के बदले प्रेमनगर थाने के दरोगा ने 5 लाख की रिश्वत मांगी। विजिलेंस ने दरोगा को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दरोगा के खिलाफ थाना कैंट में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में FIR दर्ज की गई है। आपको बता दे कि बरेली किला थाने में दो माह पहले धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मुकदमे में नाम निकालने को लेकर पुलिस सांठगांठ कर रही थी। मामले की शिकायत एसएसपी से की गई। इसके बाद एसएसपी ने मुकदमे की विवेचना दूसरे थाने में ट्रांसफर कर दी। विवेचना प्रेमनगर थाने के दरोगा राम अवतार कर रहे थे। दरोगा राम अवतार ने मुकदमे से 2 नाम निकालने के बदले उन्हें अपने घर पर बुलाया और 5 लाख रुपये रिश्वत देने की रकम तय की गई थी। इसके बाद 50 -50 हजार की किस्तों के रूप में रुपए दिए जाएंगे। पीड़ित ने इसकी शिकायत विजिलेंस के एसपी से की थी। जिस पर एसपी विजिलेंस ने ट्रेस करने के लिए टीम तैयार की। 50 हजार की किश्त लेकर जैसे ही पीड़ित पहुंचे। विजिलेंस ने दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में थाना कैंट में एफ आई आर दर्ज की गई है।