बरेली। श्री तिरूपति बाला जी मंदिर में 20 जून को वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। मंदिर मे वार्षिक पूजा का आयोजन दक्षिण भारत के पंडित वी रंगनाथ आचार्य की देखरेख मे किया जाएगा। मंदिर के पुजारी मध्यम कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना 54 वर्ष पूर्व यहाँ आकर बसे दक्षिण भारत मूल के भक्तो ने कराया था। इस पूजा का भगवान वेंकटेश्वर के भक्तो को इंतजार रहता है। मंदिर का वास्तुशिल्प भी दक्षिण भारत के मंदिरों जैसा है। पूजा की विधि भी दक्षिण भारत की अपनायी गई है। मंदिर मे प्रमुख प्रतिमा भगवान वेंकटेश्वर की है, जिन्हे उत्तर भारत मे तिरूपति बाला जी के नाम से भी लोग पुकारते है। उन्होने बताया कि बरेली और आस पास के जिलो मे तिरूपति बाला जी के प्रति आस्था रखने वाले लोग काफी संख्या में है। इनमे से कई लोग अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए आन्ध्रप्रदेश के प्रमुख तीर्थस्थल तिरूपति की यात्रा पर भी अक्सर जाते रहते है। यहाँ की वार्षिक पूजा का इंतजार उत्तर भारतीय भक्तो के अलावा यहाँ बसे दक्षिण भारतीय लोगो को भी रहता है। उन्होने कहा कि यह मंदिर दक्षिण और उत्तर भारतीय संस्कृति के मिलन का एक अनूठा संगम हैए जहाँ क्षेत्रीय भेदभाव को भुलाकर लोगमिलजुल कर पूजा पाठ करते है। पुजारी मध्यम कुमार ने बताया कि 20 जून को वार्षिकोत्सव पर प्रातःकालीन पूजा में सुबह 6:00 बजे सुप्रभातम् मंत्रोच्चार के द्वारा देव प्रतिमा को सबसे पहले जगाया जाएगा। इसके बाद भगवान वेंकटेश्वर को दूध, दही, घी और शहद आदि से स्नान करा कर श्रृंगार किया जाएगा। जगत के कल्याण के लिए यज्ञ कराया जाएगा। दोपहर 12 बजे अभिषेकम और अर्चना के बाद पूजा समाप्त होगी। सांय कालीन पूजा सत्र 5:30 बजे शुरू होगा। इसमे कल्याणोत्सव पूजा की जाएगी। इस पूजा मे भगवान वेंकटेश्वर का विवाह कराया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि वार्षिक पूजा समारोह में पूर्व केन्द्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार, प्रदेश के वनमंत्री डा अरूण कुमार, महापौर उमेश गौतम , कैन्ट विधायक संजीव अग्रवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल कुमार एडवोकेट, नवनिर्वाचित सांसद छत्रपाल गंगवार, मीरगंज विधायक डीसी वर्मा, पार्षद शशि सक्सेना और कई राजनेताओं को विशेष निमंत्रण भेजे गए हैं।